लकड़ कट्टों के लिए संजीवनी बना आरा मशीन का ट्रैक्टर ट्राली
वन विभाग की गलत नीतियों का फायदा उठा रहे लकड़ कट्टे
*वन माफियाओं द्वारा बार-बार पेड़ काटते पकड़े जाने के बावजूद, वन विभाग द्वारा, सिर्फ जुर्माने की राशि अदा कराए जाने से लड़ कट्टो के हैं हौसले बुलंद*
*वन विभाग की जुर्माना नीति के भरोसे, लाखों के पेड़ों को औने-पौने दामों पर खरीद कर वन माफिया कर रहे हैं धराशाई*
*विभागीय उदासीनता के चलते, सरकार द्वारा चलाए जा रहे हरित क्रांति जैसे महत्वपूर्ण अभियान को पलीता लगा रहे हैं लड़कटे*
*धरती का आभूषण एवं जीवों की प्राण दायनी वन संपदा को समूल नष्ट करने की सौगंध खाये कुछ लाइसेंस प्राप्त आरा मशीन मालिक भी निभा रहे हैं महत्वपूर्ण भूमिका*
*वन माफियाओं एवं सहयोगियों पर सरकार के कड़े रुख के बावजूद, वन विभाग द्वारा कड़ी कार्यवाही न लिए जाने की वजह से पेड़ों की कटान पर नहीं लग पा रहा है अंकुश*
*कोटिया/सुल्तानपुर*
सुल्तानपुर जिले के कुड़वार थाना अंतर्गत, अलीगंज कोटिया मार्ग पर रोड के बगल, बाग में 19/03/2024को एक हरा विशालकाय महुआ का पेड़ काटते हुए वन कर्मियों द्वारा पकड़ा गया। वन कर्मी मौके पर पहुंचे तो देखा कि कुछ लकड़ी ट्रैक्टर ट्राली पर लद चुकी है और कुछ लादा जा रहा है। ट्रैक्टर ट्राली के बारे में पता करने पर पता चला कि ट्रैक्टर ट्राली अलीगंज के लाइसेंस प्राप्त आरा मशीन की है, जिसका नंबर यूपी 44 AB 0296 है। किंतु आरा मशीन मलिक द्वारा मानक एवं सरकार की मानसा के विपरीत कार्य किए जाने के बावजूद, वन विभाग द्वारा समुचित कार्यवाही न करते हुए ट्रैक्टर ट्राली को छोड़ दिया गया, जिससे वन विभाग की कार्यशैली संदेश की घेरे में है।
यदि इसी तरह लकड़कटों एवं सहयोगियों पर वन
विभाग मेहरबान बना रहा तथा कार्यवाही के नाम पर सिर्फ जुर्माना करके छोड़ता रहा, तो पृथ्वी का आभूषण कहे जाने वाले एवं जीवों को प्राण दाहिनी वायु देने वाले वृक्ष इस धारा से समूल नष्ट होते देर ना लगेगी।
रिपोर्ट- उदय प्रताप सिंह