कलश यात्रा निकालकर हुआ कथा का शुभारंभ ।
पुष्पेंद्र मिश्रा सम्बददाता करियामई
करियामई :- मंगलवार को श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ।कथा प्रारम्भ होने से पूर्व कथा वाचक कु.बन्दना शास्त्री जी ने सर्वप्रथम गांव में कलश यात्रा निकाल विधि विधान से पूजा अर्चना कर कथा का प्रारम्भ किया।इस्लामनगर विकास खंड के गांव

करियामई में मंगलवार को ब्रह्मदेव,रामस्वरूप उस्ताद के स्थान पर साप्ताहिक श्रीमद भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ किया गया।कथा से पूर्व मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना कर कलश यात्रा की शुरुआत की।कलश यात्रा कथा स्थल से शुरू हुई और गांव की मुख्य मार्गों से होकर राधा कृष्ण मंदिर,हनुमान मंदिर,राम मंदिर,बा शिव मंदिर,गमादेवत मंदिर सहित समस्त देव स्थानों से होती हुई कथा स्थल पर ही संपन्न हुई।यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं एवं छोटे छोटे बच्चे श्रद्धालु पीत वस्त्र पहन कर व सिर पर कलश धारण कर शामिल हुई।परीक्षित श्रीपाल ने बताया कि कथा का आयोजन 04 मार्च से 10 मार्च तक किया जाएगा।कथा दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक बा रात्रि 8 बजे कथा

प्रारंभ और रात्रि 12:00 बजे कथा को विराम दिया जाएगा।
कथावाचक राजकुमार शास्त्री जी ने कहा कि भागवत की कथा मनुष्य के समस्त पापों को नष्ट करती है।जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।उन्होंने कहा कि भगवान सच्चिदानंद स्वरूप हैं वह सर्वशक्तिमान सभी स्थानों पर समान रूप से निवास करते हैं।उन्होंने गौ माता की सेवा के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि गाय की सेवा हर मनुष्य को करनी चाहिए।गाय सुरक्षित है तो हमारा देश,धर्म और संस्कृति सुरक्षित रह सकती है।विश्व में सभी कथाओं में ये श्रेष्ठ मानी गई है,कथा को सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियां को ही मिलता है और वो कई पापों से मुक्ति पा लेता है।इसके सुनने के प्रभाव से मनुष्य बुराई त्याग कर धर्म के रास्ते पर चलने के साथ साथ मोक्ष को प्राप्त करता है।कलश यात्रा के दौरान भारी संख्या में महिलाएं, पुरुष बा छोटे छोटे बच्चे आदि श्रद्धालु शामिल रहे।