दीप प्रज्ज्वलन एवं “ॐ” के उच्चारण के साथ हुआ योग का शुभारंभ
विनय कुमार राठौर ब्यूरो चीफ सम्भल
चन्दौसी। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में पंजाबी कॉलोनी स्थित पार्क मेंआराध्या वूमेन एंड चाइल्ड वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में एक भव्य योग शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य योग के शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक लाभों को जन-जन तक पहुंचाना एवं भारत की इस प्राचीन परंपरा को समकालीन जीवनशैली से जोड़ना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं “ॐ” के उच्चारण के साथ हुआ, जिससे सम्पूर्ण वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा। विशेषज्ञ योग प्रशिक्षकों के नेतृत्व में उपस्थित महिलाओं, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों ने उत्साहपूर्वक योगाभ्यास किया। प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, ताड़ासन, भुजंगासन, वृक्षासन एवं ध्यान जैसे विविध योग क्रियाओं का अभ्यास कराया गया, जिनसे जीवन में संतुलन, मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
अध्यक्ष पूनम अरोड़ा ने कहा कि योग करना हमारे लिए अत्यंत आवश्यक है।एसोसिएशन के माध्यम से हम निरंतर इस दिशा में कार्यरत हैं कि योग को जन-जन तक पहुंचाया जाए। आज जब पूरी दुनिया मानसिक तनाव, अस्वस्थ जीवनशैली और भागदौड़ से जूझ रही है,इस प्रकार के कार्यक्रम को करके हम करने से हमारा तन मन स्वस्थ रहता है ।
इस अवसर पर संस्था की सचिव डॉ. दुर्गा टंडन ने कहा, योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है। यदि जीवन में स्थिरता चाहिए तो योग को अपना साथी बनायें ।यह शरीर, मन और आत्मा को एक सूत्र में बांधता है। हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति योग को अपने जीवन में अपनाकर तनावमुक्त और स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हो।”
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 11 दिसंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित एक ऐतिहासिक सुझाव को सर्वसम्मति से स्वीकार करते हुए 21 जून को “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” के रूप में मान्यता दी। यह प्रस्ताव 177 से अधिक देशों के समर्थन से पारित हुआ, जो स्वयं में एक रिकॉर्ड था और इससे योग की वैश्विक स्वीकृति और महत्व का प्रमाण मिला।
2015 से हर वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। जो भारत के नेतृत्व एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों का परिणाम है 180 देश से अधिक देशों में योग दिवस मनाया जाता है। 21 जून को इसलिए चुना गया क्योंकि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन (गर्मियों की संक्रांति) होता है, जो आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
कार्यक्रम में स्थानीय विद्यालयों के बच्चों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, एवं महिलाओं की विशेष सहभागिता रही। प्रतिभागियों को सहभागिता हेतु प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। संस्था ने यह भी संकल्प लिया कि योग को केवल एक दिवस तक सीमित न रखकर वर्ष भर इसके प्रचार-प्रसार हेतु नियमित सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
“जहाँ योग, वहाँ स्वास्थ्य — जहाँ स्वास्थ्य, वहाँ समृद्धि।” इसी संदेश के साथ कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ के साथ हुआ। योग शिविर में पूनम अरोड़ा, डॉ दुर्गा टंडन, मीनू अहूजा,रानी अरोड़ा , ज्योति अरोड़ा ,सुनीता मदान रिशु मल्होत्रा ,सुनैना ,हर्ष चुग,माला, रूपाली, प्रीति संगीता मग्गो ,जसपाल कौर, अभिषेक गुप्ता आदि समिति के सदस्य उपस्थित रहे।