कलेक्टर ने की स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा
कलेक्टर हरजिंदर सिंह ने गत सोमवार को कलेक्टर कार्यालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने हितग्राहीमूलक योजनाआंे जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना की जानकारी लेकर यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि पात्र हितग्राहियों को समय-सीमा में समस्त योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिले। विभाग में प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा सघन मॉनिटरिंग भी की जाए। गर्भवती महिलाओं का प्रथम तिमाही में शत प्रतिशत पंजीयन करने और अनमोल पोर्टल पर एंट्री के लिए एएनएम के साथ सीएचओ की भी जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही गर्भावस्था एवं प्रसव पश्चात प्रदान की जाने वाली समस्त सेवाओं का मैदानी स्तर एवं संस्था स्तर पर बेहतर संचालन हो, जिससे मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में जिले की स्थिति में सुधार हो सके।
कलेक्टर श्री सिंह ने शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम अंर्तगत चलाए जा रहे दस्तक अभियान में सभी गतिविधियों का शत प्रतिशत कवरेज करते हुए कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से शत प्रतिशत एनआरसी में भर्ती के निर्देश भी दिए। इसके अलावा टीकाकरण के लिए आगामी सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान के द्वितीय चरण में प्रथम चरण के छूटे हुए बच्चों एवं द्वितीय चरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करते हुए मीजल्स रूबेला मुक्त पन्ना के लिए मिशन मोड पर कार्य करने के निर्देश दिए गए। आयुष्मान भारत अंतर्गत दिसम्बर तक शत प्रतिशत पात्र नागरिकों के कार्ड बनाने के निर्देश भी दिए। साथ ही कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत विकल्प प्रोजेक्ट में दंपत्ति को बॉस्केट ऑफ च्वाइस के आधार पर परिवार नियोजन की सेवायें उपलब्ध कराई जाये। शिशु लिंगानुपात में सुधार के लिए समुदाय स्तर पर बेटा-बेटी एक समान जैसी गतिविधियों का प्रचार-प्रसार करते हुए जागरूकता लाने का प्रयास करने, जिले की समस्त सोनेाग्राफी की सेवाएं प्रदान करने वाली शासकीय व निजी संस्थाओं पर लिंग जांच निषेध व दंड प्रावधान का प्रदर्शन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के लिए कहा। टीबी कार्यक्रम, मलेरिया कार्यक्रम, एनसीडी कार्यक्रम की समीक्षा भी की गई। इसके अलावा कोटपा एक्ट 2003 अंर्तगत जिले की समस्तं शासकीय एवं निजी संस्थाओं और विद्यालय परिसरो में धूम्रपान निषेध, गुटखा तंबाकू खाने पर प्रतिबंध एवं उल्लंघन करने पर चालानी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय सहित सीएमएचओ डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय, सिविल सर्जन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी और जिले एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे।