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*नगरीय निकाय क्षेत्र से अनिवार्यतः सुनिश्चित करें निराश्रित गौवंश का विस्थापन: कलेक्टर
*टीएल बैठक मे लंबित प्रकरणों के निराकरण कर समीक्षा कर दिए निर्देश
*छात्रावास अधीक्षक एवं वार्डन के प्रभार मे करें परिवर्तन

*मंगलवार की जनसुनवाई मे जिला मुख्यालय अथवा खंड स्तर पर 50 एवं 100 दिवस से अधिक समयावधि की शिकायतों का आवेदक की उपस्थिति मे प्रभावी निराकरण किया जाए।

कलेक्टर ऊषा परमार ने कहा है कि अभियान मोड में सड़कों पर विचरण करने वाले निराश्रित गौवंश के गौशालाओं में विस्थापन की कार्यवाही निरंतर रूप से की जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी नगरीय निकाय क्षेत्र अथवा बाजार की सड़कों पर गौवंश का विचरण न हो। इसके लिए पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारी सतत निरीक्षण कर आवश्यक प्रबंध का जायजा लें। सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम के उद्देश्य से टीम गठित कर प्रतिदिन सुबह शाम हांका लगवाने की कार्यवाही भी की जाए। जिला कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक के अवसर पर उक्ताशय के निर्देश दिए। उन्होंने हर गौशालाओं में सीसीटीव्ही कैमरा के माध्यम से निगरानी तथा अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को समुचित व्यवस्था के लिए पाबंद करने के लिए भी निर्देशित किया।
कलेक्टर श्रीमती परमार ने बिजली कंपनी के अधिकारियों को विद्युत संबंधी शिकायतों के अविलंब निराकरण तथा अधिक संख्या में लंबित सीएम हेल्पलाइन शिकायतों वाले विभाग के अधिकारियों को समय सीमा में शिकायतों के समुचित निराकरण के सख्त निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि मांग आधारित शिकायतों के अतिरिक्त अन्य शिकायतों को फोर्स क्लोज करने की प्रवृत्ति से बचें। मंगलवार की जनसुनवाई में जिला मुख्यालय अथवा खंड स्तर पर 50 एवं 100 दिवस से अधिक समयावधि की शिकायतों का आवेदक की उपस्थिति में प्रभावी निराकरण किया जाए। प्रत्येक नगरीय निकाय में सड़कों की मरम्मत कराने तथा दुकानों के सामने से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए भी कहा। इसके अलावा पुरानी शिकायतों का अधिकारियों द्वारा स्वयं अवलोकन कर निराकरण करने तथा हितग्राहीमूलक योजनाओं का प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश भी दिए।
*छात्रावास अधीक्षक एवं वार्डन के प्रभार में करें परिवर्तन*
कलेक्टर ने छात्रावास की व्यवस्थाओं की सीसीटीव्ही कैमरा से निगरानी सहित तीन वर्ष से एक ही स्थान पर पदस्थ छात्रावास अधीक्षक एवं वार्डन के प्रभार में परिवर्तन के संबंध में भी चर्चा की। जिला कलेक्टर ने अविद्युतीकृत आंगनबाड़ी केन्द्र एवं स्कूल भवनों में भी आवश्यक इंतजाम, विभिन्न विकास कार्यों के लिए मिली राशि के सदुपयोग, जल जीवन मिशन परियोजनाओं के समय पर क्रियान्वयन तथा न्यायालयीन प्रकरणों में तय समयावधि में वांछित कार्यवाही के निर्देश दिए। परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण को नगरीय निकायों की बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा करने तथा लंबित प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिए गए। इसके अलावा समाधान ऑनलाइन के विषयों तथा लंबित टीएल एवं जनसुनवाई पत्रों के निराकरण की समीक्षा कर समग्र ई-केवायसी कार्य में निरंतर प्रगति लाने, ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कैम्प के लिए आवश्यक कार्यवाही तथा आगामी दिवसों मे डीएलसीसी बैठक आयोजन के लिए भी निर्देशित किया। आगामी 15 नवम्बर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के दृष्टिगत विभिन्न गतिविधियों के आयोजन, जनपद पंचायत पन्ना के नवीन भवन के लिए स्थल चयन, लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने और नवम्बर माह के द्वितीय सप्ताह में पवई विधानसभा अंतर्गत शाहनगर में मुख्यमंत्री के प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम के मद्देनजर भी समय पर जरूरी तैयारियों के संबंध में विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बैठक में जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी सहित अपर कलेक्टर मधुवंतराव धुर्वे, संयुक्त कलेक्टर कुशल सिंह गौतम एवं नरेन्द्र सिंह धुर्वे भी उपस्थित रहे।

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