Spread the love

इटावा : राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी की 115 वीं जयंती के अवसर पर 20-21 सितंबर, 2023 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन आयोजन हुआ। विपिन कुमार, महासचिव, विश्व हिंदी परिषद के संयोजकतत्व में सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकार, साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया है।
जनपद इटावा के डॉ नन्दकिशोर साह, जिला मिशन प्रबंधक, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को श्री सत्यपाल सिंह बघेल माननीय राज्य मंत्री ने प्रतीक चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। विश्व हिंदी परिषद के स्मारिका में श्री साह का शोध पत्र प्रकाशित हुआ है। इन्होंने “राष्ट्र और समाज के चिंतक : दिनकर” विषयक शोध पत्र का वाचन भी सम्मेलन में किया। वे हमेशा शैक्षिक गतिविधियों से जुड़े रहते हैं। उनके आलेख प्रतिष्ठित पत्र, पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। इससे प्रसन्नचित कई पत्रकार, साहित्यकार, शिक्षाविद, छात्रा, युवाओं ने श्री साह को बधाई दी है। वे मूल रूप से बिहार प्रांत के पूर्वी चंपारण जिला अंतर्गत बनकटवा ग्राम के निवासी हैं।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में मुख्य रूप से सुश्री अनुसूइया उईके, महामहिम राज्यपाल मणिपुर, श्री लक्ष्मण आचार्य जी, महामहिम राज्यपाल सिक्किम, श्री अजय मिश्रा जी, माननीय गृह राज्य मंत्री, सत्यपाल सिंह बघेल केन्द्रीय राज्य मंत्री, श्री सुधीर चौधरी, संपादक आज तक, पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज एवं साध्वी भगवती सरस्वती जी परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश, रामधारी सिंह दिनकर जी के पौत्र अरविंद कुमार सिंह, ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी, नागालैंड के कुलाधिपति प्रोफेसर प्रियरंजन त्रिवेदी, त्रिनिदाद व टबेगो के उच्चायुक्त, डॉ. रॉजर गोपॉल, फ़िज़ी के उच्च आयोग के सलाहकार निलेश रोनिल कुमार व मॉरीशस के उच्च आयुक्त हयामंडोयल डिलम एवं सूरीनाम के उच्चायुक्त अरुणकुमार हरदीन, किरण चौपड़ा, उदय कुमार सिन्हा, कमलेश, मोरीशस की कवयित्री व लेखिका कल्पना लाल, नीदरलैंड की लेखिका एवं कवयित्री पुष्पिता अवस्थी, राष्ट्रवादी कवि व पूर्व सांसद ओमपाल सिंह लीडर, डॉ. कीर्ति काले, हिंदी प्रोफेसर स्वाति पाल, लंदन से आईं सिम्मी राठौर-सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर, विश्व हिंदी परिषद के अध्यक्ष डॉ विनय भारद्वाज, राष्ट्रीय महासचिव डॉ विपिन कुमार, सम्मेलन समन्वयक प्रो श्रीनिवास त्यागी, सम्मेलन सहसंयोग श्री दीपक ठाकुर, प्रो स्वाती पाल, प्रो सरोज शर्मा, शांतमनु अपर सचिव उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय, जहानाबाद के पूर्व सांसद हिंदी एवं प्रकृति प्रेमी अरुण कुमार, विधान पार्षद शर्वेश कुमार, एनआइओएएस के अध्यक्ष, विदुषी डॉ. सरोज शर्मा, डॉ रश्मि सिंह आईएएस कमिश्नर जम्मू कश्मीर, इंद्रेश कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, शकुंतला सरूप्रिया, डॉ जंग बहादुर पांडेय, डॉ पूनम कुमारी, प्रो राजरत्नम चेन्नई सहित देश-विदेश के तमाम हिन्दी के मूर्धन्य विद्वानों के सारगर्भित, हृदय स्पर्शी व्याख्यान हिन्दी को विश्व की भाषा बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। दिनकर के जीवन व उनके ओजस्वी कविताओं में उन्हें क्रांति व शांति का अमर दूत बताते हुए कहा कि दिनकर जी हिंदी साहित्य के वह सूरज हैं जिनका उजाला हिंदी साहित्य नहीं हमारे समाज, संस्कृति और देश को एक सदी से आलोकित कर रहा है और आगे भी करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed