जिला पंचायत सीईओ ने जांच समिति का किया गठन
मध्यान्ह भोजन समूह अध्यक्ष एवं सचिव को जारी किया नोटिस
माध्यमिक शाला विक्रमपुर संकुल द्वारी गुनौर में गत 4 दिसम्बर को लगभग 4 बजे एमडीएम भोजन खाकर बच्चों के बीमार होने की जानकारी हेड मास्टर द्वारा जिला पंचायत सीईओ को दी गई। बच्चों द्वारा पेट दर्द बताए जाने पर हेड मास्टर द्वारा तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमानगंज लाया गया, जहां पर प्राथमिक उपचार में बच्चे सामान्य पाए गए। एक घंटे ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद उनको वापस भेजा जा गया। केवल एक बच्चे को सर दर्द की शिकायत थी, जिसको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमानगंज में रखा गया और सही होने पर छुट्टी दे दी गयी। स्कूल के शेष बच्चे जो स्कूल में ही उपस्थित थे, उनके अभिभावकों द्वारा विक्रमपुर स्कूल में ही बच्चों के चेकअप करने के लिए कहा गया। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूल में पहुंची और चेकअप किया। इस दौरान कोई असामान्य स्वास्थ्य की स्थिति प्रथम दृष्टया नहीं पाई गई। 108 एम्बुलेंस से कुल 45 बच्चे चेकअप के लिए आये थे। सभी सामान्य थे। उनमें से 3 बच्चों को एहतियातन जिला अस्पताल अभिभावकों के आग्रह पर लाया गया। आज फिर से 17 बच्चे चेकअप के लिए जिला अस्पताल लाये गए हैं। इन सभी बच्चों को परीक्षण कर सामान्य पाए जाने पर दवा देकर वापस भेजा गया है, जबकि 1 बच्चे को भर्ती किया गया है।
जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय ने बताया कि प्रकरण में फूड सेफ्टी ऑफिसर द्वारा भोजन का सैंपल भी लिया गया, जिसका परीक्षण किया जाकर संबंधित एमडीएम भोजन बनाने वाले समूह के खिलाफ जांच रिपोर्ट के आधार पर समूह से पृथक करने एवं दंडात्मक कानूनी कार्यवाही की जाएगी। विस्तृत जांच के लिए जिला पंचायत सीईओ द्वारा जांच समिति का गठन किया गया है। समिति में जनपद पंचायत सीईओ गुनौर, बीआरसी गुनौर और टास्क मैनेजर एमडीएम सदस्य हैं। मध्यान्ह भोजन समूह के अध्यक्ष एवं सचिव को नोटिस दिया गया है। साथ ही मॉनिटरिंग में लापरवाही पर सीएसी को भी नोटिस जारी किया गया है। जिला पंचायत सीईओ और सीएमएचओ द्वारा निगरानी की जा रही है।