उत्तर वन मंडल पन्ना द्वारा आज स्मृति वन पन्ना में आयोजित विभागीय कार्यशाला में जनपद पंचायत पन्ना की लोक जैव विवधता पंजी का विमोचन किया गया। डीएफओ गर्वित गंगवार ने पंजी का विमोचन करते हुए बताया कि जनपद पन्ना की जैव विविधता के संरक्षण हेतु इसे लिपिबद्ध करने के लिए लोक जैव विवधता पंजी का निर्माण मध्य प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा की जाने वाली एक सकारात्मक पहल है। इस पंजी का निर्माण कार्य छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पन्ना के वनस्पति शास्त्र के प्राध्यापक डॉ. मनोज कुमार शुक्ल और उनकी टीम द्वारा किया गया है। सर्वे आधारित अध्ययन 2024-25 में बोर्ड द्वारा निर्धारित वन जैव विविधता, कृषि जैव विविधता एवं जलीय जैव विविधता में कुल 619 प्रजातियों की पहचान की गई है, जिसमें वृक्षों की 82, झाड़ियों की 20, शाकीय पौधों की 15, घासों की 23, लताओं की 8, औषधीय पौधों की 88, विभिन्न श्रेणी के जंगली जीवों की 47, वायवीय पक्षियों की 47, स्तनधारियों की 34, रबी फसलों की 9, खरीफ फसलों की 15, जायद फसलों की 18, चारे की फसलों की 2, खरपतवार की 23, फसलों से संबंधित जंगली पौधों की 6, कांदिल पौधों की 10, फसल पीड़कों की 16, फल वाले वृक्षों की 12, सब्जी एवं मसाले वर्ग के पौधों की 30, सजावटी व पुष्पीय पौधों की 19, पशुपालन पशुओं की 11, पालतू पक्षियों व्यापारिक की 4, पाली जाने वाली मछलियों की 6, जंगली मछलियों की 18, जलीय जीवों की 10, जलीय पक्षियों की 21 तथा जलीय वनस्पतियों की कुल 25 प्रजातियों की पहचान की गई है।
डॉ. शुक्ल ने विमोचन अवसर पर बताया कि उक्त पंजी जनपद की जैव विविधता के संधारण का एक कानूनी दतावेज है। इसके माध्यम से क्षेत्र की जैव विविधता के संरक्षण व संवर्धन का कार्य किया जा सकेगा। जैव विविधता पंजी के विमोचन के अवसर पर आयोजित कार्यशाला में एसडीओ विश्रामगंज, एसडीओ पन्ना, रेंजर पन्ना, विश्रामगंज, धरमपुर के समस्त डिप्टी रेंजर एवं समस्त बीट गार्ड तथा जैव विविधता प्रबंधन समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे।