बिना जांच के ही टड़ियावां पुलिस लगा रही पोर्टल पर रिर्पोट।
हरदोई। टड़ियावां। जहां एक ओर सरकार जन शिकायतों को गुणवत्ता पूर्ण पारदर्शी ढंग से निस्तारण के लिए भले ही लाख कोशिश कर रही हो, लेकिन धरातल पर तो संबंधित कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा पोर्टल का मजाक ही बना दिया जाता है। प्रकरण में जहां बिना गवाहों के जानकारी के भी पुलिस आख्या रिपोर्ट में गवाह बन रहे हैं, और वही दूसरा गवाह उस ग्राम सभा का भी नहीं है। जिसका नाम आख्या रिपोर्ट में उप निरीक्षक ने दर्शाया है। मामला मामला थाना क्षेत्र के एक गांव का है जहां एक पीड़ित पिता ने अपनी पुत्री को बहला फुसला कर भगा ले जानें का गांव के व्यक्तियों पर ही आरोप लगाया था। आईजीआरएस के माध्यम से की गई शिकायत में पुलिस ने बिना जांच के ही फर्जी रिपोर्ट लगा दी। रिपोर्ट में उप निरीक्षक हेमलता ने मामले में बताया कि पुत्री घर से गई है और बालिक भी है। मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है लेकिन जो गवाह दर्शाए गए हैं उसमें एक गड्डी नाम की महिला का नाम और नंबर पड़ा है। जिसको इस की जानकारी लगी तो वह उल्टा पुलिस पर ही भड़कने लगी बिना जानकारी के गवाह क्यों बना देती है पुलिस। वहीं दूसरे व्यक्ति ने पुलिस पर आरोप लगाया कहां कि मुझे इस मामले में जानकारी ही नहीं है।
