*न्याय के लिए थाने के चक्कर लगा रही पीड़ित महिला, नहीं हो रही कोई सुनवाई*
*पीड़ित महिला के जेठ द्वारा बदनीयती से जबरन पीड़िता के घर में घुसने के मामले में पुलिस नहीं ले रही संज्ञान*
*जिले में बड़ी-बड़ी घटनाएं होने के बावजूद, पुलिस नहीं ले रही सबक, कर रही बड़ी घटना का इंतजार*
*धम्मौर थाने में कई दिनों से पीड़िता द्वारा प्रार्थना पत्र दिए जाने के बावजूद, कार्यवाही न होने से, दबंग जेठ के हौसले हैं बुलंद, कहीं जाकर शिकायत करने पर जान से मारने की देता है धमकी*
*प्रदेश के मुखिया माननीय योगी आदित्यनाथ द्वारा महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण की नीति एवं नियत को पलीता लगा रहे हैं धम्मौर थाने के अधिकारी एवं कर्मचारी*
*जिले के तेज तर्रार कर्तव्यनिष्ठ एवं इमानदार पुलिस अधीक्षक का, महिला सुरक्षा को लेकर अपने अधीनस्थों को सख्त निर्देश के बावजूद, धम्मौर थाना सुधरने का नाम नहीं ले रहा*
*अपने इन्हीं कारगुजारियों की वजह से, थाना धम्मौर अक्सर विवादों में बना रहता है*
सुल्तानपुर जिले के थाना धम्मौर अंतर्गत, बिकना गांव में निर्मला कोरी नाम की महिला अपनी 18 वर्षीय पुत्री एवं 14 वर्षीय पुत्र के साथ किसी तरह गुजर बसर करती है, उसका पति गलत संगत में पड़कर कई वर्ष पूर्व अपनी दूसरी शादी करके कहीं बाहर रहता है, निर्मला कोरी द्वारा अपने जेठ दयाराम कोरी उर्फ दया सम्राट सिंह सूर्यवंशी पर आरोप लगाते हुए बताया कि पति के न होने की वजह से मेरा जेठ दयाराम कोरी कई वर्षों से मुझे परेशान करने के लिए फर्जी मुकदमे में उलझा कर, आए दिन बद्दी बद्दी गली एवं गंदे इशारे करता है। अपने दीन हीन दशा की वजह से कई वर्षों से इन सबको मैं नजरअंदाज करते चली आ रही हूं। किंतु हद तो तब हो गई जब मेरा जेठ दयाराम कोरी मौका पाकर सारे नाते रिश्तों को तार तार करने की नीयत से मेरे घर के अंदर घुस गया और मेरे साथ अश्लीलता एवं अभद्रता करने लगा, मैं उसे धक्का देकर बाहर निकल कर, बाहर से दरवाजे को बंद कर लिया और शोर मचाने लगी, जब तक गांव के कुछ लोग इकट्ठा हुए, इतने में मेरा जेठ दयाराम कोरी मौका पाकर घर के अन्दर से छत के रास्ते दूसरे के छत पर होते हुए बाहर कूद गया, जिसका वीडियो मेरे पास उपलब्ध है। इस घटना के तुरंत बाद मैंने डायल 112 पर कॉल किया और संबंधित थाने पर लिखित प्रार्थना पत्र दिया। परंतु हफ्तों बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने पर मैंने पुनः25/09/2023 को संबंधित थाना धम्मौर को लिखित प्रार्थना पत्र दिया परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिससे मेरा जेठ और मनबढ़ हो गया है।मुझे प्रतिदिन डराता है धमकाता है बद्दी बद्दी गालियां देता है और कहता है कि कहीं जाओ मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। और मैं तुम्हें किसी ऐसे फर्जी मुकदमे में फंसा दूंगा कि जीवन भर जेल की रोटियां खाती रहोगी। इस बड़ी घटना से निर्मला कोरी एवं उसके छोटे-छोटे बच्चे डरे एवं सहमे हुए हैं। घर में सयानी बिटिया होने की वजह से किसी भी समय आरोपी द्वारा बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा सकता है। इस तरीके के गंभीर अपराधों पर पुलिस द्वारा कार्यवाही न किए जाने से धम्मौर थाना पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजमी है। पीड़िता का कहना है कि यदि धम्मौर थाने से मुझे न्याय ना मिला तो मैं पुलिस अधीक्षक महोदय एवं माननीय मुख्यमंत्री जी से न्याय की गुहार लगाऊंगी।
रिपोर्ट- उदय प्रताप सिंह