भारत हि नही अपितु समस्त विश्व के माता पिता को अपनी संतानों से (पुत्र, पुत्री) से कुछ- कुछ आशाये होती है! लेकिन समय परिस्थिति के अनुसार कुछ संताने पूर्ण कर देती है कुछ नही कर पाती है! लेकिन एक अच्छा मानव वही है या कहे तो सच्ची मानवता वही है! जो दूसरे के दुःख को देखकर दूर करने का प्रयास करने लगते है यह संस्कार अपने परिवार आसपास के माहौल से एवम वरिष्ठ अधिकारियों कर्मचारियों से सीखने को मिलता है! आज ऐसा ही एक मामला पन्ना जिले के बृजपुर थाना क्षेत्र से सामने आया है! जहाँ पर असहाय वृद्ध कल्लू अहिरवार और उसकी पत्नी के पास किसी प्रकार का कोई आवास नही था वो पुराने प्रतिक्षालय मे रहकर अपना जीवन यापन करते थे! लेकिन बारिश के समय पर नीचे गीला होने के कारण उसकी पट्टी मे रात गुजारा करते थे! बृजपुर थाना प्रभारी भानु प्रताप सिंह ने उनका दुःख का एहसास करते हुए, दो कमरे बनवा दिये है जिनका छत डलने की तैयारी पूरी कर ली गई है! बीस दिन बाद उनको आशियाना मिल जायेगा! वृद्ध व्यक्ति कल्लू अहिरवार ने सपत्नी धन्यबाद दिया! निश्चित रूप से इसे मानवता की मिसाल बोला जा सकता है! अब ऐसे शब्दों को विराम देना चाहिए की” कौन किस का क्या करता है” उदाहरण सामने है!