*चौकी इंचार्ज की प्रताड़ना से प्रताड़ित युवक ने किया आत्महत्या
*एक बार फिर ब्रिटिश साम्राज्य के आतंक की याद ताजा हो गई है*
*घटना को 24 घंटे बीत जाने के बाद दोषी पुलिस जनों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई नहीं हुई*
*कौशाम्बी* मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के शमसाबाद चौकी इंचार्ज की प्रताड़ना से त्रस्त एक युवक ने आत्महत्या कर लिया है पुलिस चौकी पर बिठाकर प्रताड़ित करने का आरोप लगा है,पुलिस चौकी में प्रताड़ित किए गए युवक ने घर पहुंचते ही कमरे में फांसी लगा ली,जिसके बाद युवक की मौत हो गई युवक की मौत से जहां एक ओर परिजनो में कोहराम मच गया वही पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए,आनन फानन में पुलिस ने रात में ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया खबर लिखे जाने तक दोषी चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मियों को दंडित नहीं किया गया है पुलिस प्रतावना से पीड़ित युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने का यह मामला बेहद गंभीर है और पुलिस अधिकारियों को निष्पक्ष जांच कर दोषियों को दंडित किए जाने की जरूरत है
जानकारी के मुताबिक मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के शमशाबाद पुलिस चौकी इलाके के शमसाबाद गांव निवासी वेद प्रकाश उम्र 28 वर्ष पुत्र दयाराम पर गांव की किसी लड़की का आपत्तिजनक वीडियो बनाने के मामले में शमशाबाद चौकी पुलिस सोमवार को युवक को चौकी पकड़ ले गयी एक बार तो पुलिस ने उसे छोड़ दिया,आरोप है कि उसके बाद उसे दोबारा पुलिस पकड़ कर ले गयी और जमकर प्रताड़ित किया जिसके बाद वह जैसे ही पुलिस चौकी से छूटकर घर पहुंचा उसने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।इसकी जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया है।
घटना के समय बकरी चराने खेतों की ओर गया पिता लौटकर आया तो घर का दरवाजा भीतर से बंद मिला। पड़ोसी की छत से झांक कर देखा तो बेटे की लाश फंदे पर लटकती देख चीख पड़ा। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा। सूचना मिलने पर पहुंची स्थानीय पुलिस के युवक की आत्महत्या किए जाने पर हाथ पांव फूल गए,पुलिस ने दबाव बनाकर रात में ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया पुलिस की प्रताड़ना के बाद आत्महत्या किए जाने के इस मामले में घटना को 24 घंटे बीत जाने के बाद दोषी पुलिस जनों पर मुकदमा दर्ज करके उन पर कार्रवाई नहीं हुई है चर्चाओं पर जाए तो वसूली के लिए युवक को प्रताड़ित किया गया है एक बार फिर ब्रिटिश साम्राज्य के आतंक की याद ताजा हो गई है जो गम्भीर चिंता का विषय है