*दबंगों द्वारा खुदवा दिया गया 250 वर्षों पुराना कब्रिस्तान*
खुर्शीद आलम
लखीमपुर खीरी जिले के सदर ब्लॉक सदर तहसील व सदर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत सैधरी के मजरा मौलवी गंज में लगभग 250 वर्षों पुराना कब्रिस्तान है जो श्री राम मार्बल के सैधरी बाईपास से कुछ ही दूरी पर है कब्रिस्तान के आस-पास सैधरी के कुछ लोगों के खेत हैं आज सुबह गावं का एक युवक उधर टहलने गया तो उसने देखा की गावं के कब्रिस्तान में जे.सी.बी द्वारा खुदाई की जा रही थी, यह मंजर देख कर उसने अन्य ग्रामीणों को सूचित किया मौके पर बहुत सारे ग्रामीण इकट्ठा हो गए, और जेसीबी को रुकवाया गया, जिससे खनन बंद हुआ दफन लोगों कबरें टूट गई थी, और उनकी हड्डियां, पटरे, कफन आदि खुला हुआ पड़ा था। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त हुआ, और पुलिस को फोन किया गया। प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए तुरंत मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में उन सभी चीज़ो को मिट्टी में दफ़न करवाया गया, और कहा गया की दीपावली के बाद इसकी नपाई करवाई जाएगी, लेखपाल से पूछने पर पता चला की उसको किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं थी। राम लखन नाम का व्यक्ति खुदाई करवा रहा था, जो की वहाँ मौजूद नहीं था, मौके पर सिर्फ जेसीबी चालक मौजूद था। राम लखन फ़ोन पर ही ग्रामीणों को धमका रहा था की जेसीबी को जाने दो मौक़े पर ब्लाक प्रमुख दिव्या सिंह पहुंची, जिन्होंने उस ज़मीन को अपना बताया और कहा की जे.सी.बी. उनकी अनुमति से चल रही थी।
अब समझना ये है की बिना प्रशासन की अनुमति के जे.सी.बी. चली कैसे, उच्च अधिकारीयों के पहुँचने के बाद भी जे.सी.बी. सीज क्यों नहीं की गयी, बिना खेत की पैमाइश के कैसे चली जे.सी.बी. कौन है ये राम लखन, आखिर कब्रिस्तान पर जे.सी.बी. चलाने की कहाँ से मिली परमिशन, मौक़े पर पहुंचे अधिकारीयों द्वारा क्यों नहीं लिया गया किसी के खिलाफ एक्शन, क्यों जे.सी.बी. को जाने दिया गया बहुत सारे सवाल खड़े हैं कौन देगा इनका जवाब। अब देखना यह कि प्रशासन के द्वारा जे.सी.बी. संचालक या अवैध तरीके से जेसीबी चलवाने वाले पर क्या कार्रवाई होती है।