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*पुष्पेंद्र हत्याकांड: 10 लोगों पर एफ. आई.आर*
जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर भी नामजद
बरेली। पुष्पेंद्र हत्याकांड में हिस्ट्रीशीटर समेत 10 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में लगाई गई हैं।
भुता थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम को हुई पुष्पेंद्र उर्फ पुष्पाल सिंह की हत्या के मामले में 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। आरोपियों में जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर का नाम भी शामिल है। पुलिस ने करीब 12 लोगों को हिरासत में लिया है, हालांकि इनमें नामजद कोई शामिल नहीं है।
बुधवार दोपहर पुष्पेंद्र की पत्नी के साथ परिजन और रिश्तेदार एसएसपी दफ्तर पहुंचे। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी, गैंगस्टर एक्ट व बुलडोजर की कार्रवाई करने की मांग की। एसएसपी ने परिजनों को ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने का भरोसा दिलाया है।
भुता थाना क्षेत्र में बीसलपुर रोड पर नवदिया सीएनजी पंप के पास पुष्पेंद्र उर्फ पुष्पाल सिंह की मंगलवार शाम ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। वह अपने गांव खरदाह से भुता लौट रहे थे, तभी पीछे से आए बाइक सवार हमलावरों ने उनकी बाइक रोककर सीने में कई गोलियां मार दीं। तीन साल पहले पुष्पेंद्र के छोटे भाई विनोद कुमार की भी हत्या कर दी गई थी। वह उस केस में वादी थे और फैसला जल्द आने वाला था।
जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर व पूर्व प्रधान पूरनलाल ही पुष्पेंद्र की हत्या का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। बताते हैं कि सत्ता पक्ष के दो बड़े नेताओं के वरदहस्त से पुष्पेंद्र के भाई विनोद की हत्या में दो महीने में ही उसका व उसके भाई का नाम विवेचना से बाहर हो गया था। इस बार भी वह सुनियोजित तरीके से पुराने मुकदमे में खुद हाजिर होकर जेल चला गया है।
पूरनलाल पटेल पहले खरदाह गांव का प्रधान रह चुका है और उसकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य रही है। 2018 से वह भुता थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। पुलिस ने रिकॉर्ड चेक कराया तो पता लगा कि पूरनलाल के पिता और दादा भी अपराधी थे और उनके खिलाफ करीब सात-सात मुकदमे दर्ज थे।
पुलिस ने पूरनलाल के बारे में जानकारी की तो पता लगा कि किसी पुराने मामले में वह पंद्रह दिन पहले खुद ही कोर्ट में हाजिर होकर जेल चला गया। इसलिए माना जा रहा है कि खुद को बचाने के लिए उसने पुष्पेंद्र की हत्या का प्लान बनाया था। उसका एक चचेरा भाई विपन (पवन का सगा भाई) अगस्त में दर्ज रंगदारी के एक मुकदमे में जेल गया था। वह जल्दी जेल से छूटा है। सूत्रों के मुताबिक विपन की भी हत्या में भूमिका है।
पुष्पेंद्र के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल भी नामजद है। पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में लगाई गई हैं। वहीं पुष्पेंद्र के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों का पैनल से कराया जाएगा। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। यहां पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्हें ढाढ़स बंधाया।
बुधवार दोपहर को पुष्पेंद्र के परिजन व रिश्तेदार एसएसपी दफ्तर पहुंचे। उन्होंने एसएसपी से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और घरों पर बुलडोजर चलवाने की मांग की। इस पर एसएसपी ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के साथ पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया।
पुष्पेंद्र की पत्नी संगीता बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक हैं। तीन साल पहले अपने जेठ की हत्या के वक्त वह शिक्षामित्र थीं और अपने संगठन की जिला महामंत्री थीं। तब 25 जनवरी 2021 को शिक्षक व शिक्षामित्र संघ के नेताओं संग उन्होंने तत्कालीन एसएसपी से मुलाकात कर विरोधियों से जान का खतरा जताकर परिवार के लिए सुरक्षा मांगी थी।
घटना के बाद परिवार कह रहा था कि सुरक्षा मिली होती तो शायद यह घटना नहीं होती। तीन साल में दो भाइयों की हत्या से घर परिवार के लोग टूट गए हैं। पुष्पेंद्र व विनोद दो ही भाई थे। पिता बाबूराम की पहले ही मृत्यु हो चुकी है और मां गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। पुष्पेंद्र का एक बेटा एक बेटी है। विनोद के भी एक बेटा-एक बेटी व पत्नी हैं जो भुता में रहते हैं। विनोद की पत्नी किरण भी शिक्षामित्र हैं।

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