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*आखिरकार बनेगा करहल नगर का सार्वजनिक अन्त्येष्टि संस्कार स्थल ?*

(पत्रकार रामकिशोर वर्मा की कलम से)

करहल मैनपुरी

*आखिरकार कहा गया करहल नगर का सार्वजनिक अन्त्येष्टि संस्कार स्थल ?*

*नगर पंचायत अध्यक्ष अब्दुल नईम ने निकाय चुनाव से पूर्व नगर बासियों से चुनाब जीतकर करहल नगर में हिन्दू समुदाय के अन्त्येष्टि स्थल बनाने का किया था बायदा*

*चुनाव जीतने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में भी चैयरमेन अब्दुल नईम ने सार्वजनिक मंच से नगर वासियों को अन्तिम संस्कार स्थल जल्द बनाये जाने की घोषणा की थी*

*कार्यकाल का डेढ़ साल से अधिक समय बीत जाने के बात नगर बासियों को नजर नहीं आया मानचित्र, आखिरकार कहा बनेगा सार्वजनिक अन्त्येष्टि स्थल ,किस रुप में बनेगा ,क्या होगा अन्त्येष्टि स्थल का स्वरूप*

*करहल नगर बासियों की नगर पंचायत चैयरमेन अब्दुल नईम की ओर लगीं निगाहें/ नागरिक बोले :—सार्वजनिक अन्त्येष्टि स्थल बनेगा भी नहीं , या फिर सार्वजनिक अन्त्येष्टि स्थल का जुमला उछालकर भुना लिया गया है मौका*

*जातिगत आंकड़ों की बात करें तो स्वर्णकार समाज मुस्लिम समाज जैन समाज चक समाज कठेरिया समाज जाटव समाज कश्यप समाज आदि वर्गों का नगर में है निजी अन्त्येष्टि स्थल*

*लेकिन ब्राह्मण समाज यादव ठाकुर समाज बैश्य समाज कायस्थ समाज व अन्य कई वर्गों का नगर में नहीं है कोई निजी अन्त्येष्टि स्थल/जिंसके चलते 50-50 और 100-100 वर्ष करहल में जीवन यापन करने वाले लोगों को अपने परिजनों के शव की अन्तिम संस्कार करने के लिए मज़बूरीबश पैतृक गाबो को ओर जाना पड़ता है*

*सच्चाई यह है कि आसपास के हर जनपद हर कस्वो में सार्वजनिक अन्त्येष्टि स्थल है पर करहल में सार्वजनिक अन्त्येष्टि स्थल नहीं ,बड़ा सबाल आखिरकार क्यों नहीं?*

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