*गांव में आएगी खुशहाली, समूह की महिलाओं के सपने होंगे सच*
जिला रिसोर्स पर्सन का सात दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
*डीआरपी प्रशिक्षण से मिशन के उद्देश्य को जमीनी स्तर तक पहुंचाने की पहल*
लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्रामीण विकास संस्थान एवं राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में जिला संसाधन व्यक्ति का सात दिवसीय आवासीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सोमवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। प्रशिक्षण का उद्देश्य डीआरपी को ग्रामीण आजीविका मिशन के उद्देश्यों और गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान करना और उन्हें अपने कार्यों के लिए तैयार करना था। प्रशिक्षण में क्षमता विकास, सामाजिक समावेशन, वित्तीय प्रबंधन, सामाजिक विकास, सामाजिक गतिशीलता और आजीविका संवर्धन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों और विशेषज्ञों ने भाग लिया और डीआरपी को आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान किया।
इस प्रशिक्षण का शुभारंभ जन्मेजय शुक्ला, संयुक्त मिशन निदेशक, यूपीएसआरएलएम द्वारा किया गया था। उन्होंने बताया कि डीआरपी मिशन की जमीनी इकाई हैं, जो प्रशिक्षित होकर मिशन के विभिन्न कैडरों को मार्गदर्शन व प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को आजीविका से जोड़ने और उनकी सशक्त भागीदारी को आवश्यक बताया।
प्रशिक्षण में राज्य स्तरीय प्रशिक्षक डॉ. मजहर रसीदी और मोरिश कुमार के साथ विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा सत्रों का संचालन किया गया।
इस अवसर पर राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान के उप निदेशक, एसआईआरडी से डॉ. विनीता रावत, यूपीएसआरएलएम से सुधीर कुमार, अजय कुशवाहा , डॉ. नंदकिशोर साह, आलोक कुमार, वीरू कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने सत्र में भाग लिया।
डॉ. नन्दकिशोर साह कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से डीआरपी को ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका संवर्धन और सामाजिक विकास के लिए प्रभावी ढंग से काम करने के लिए तैयार किया गया है। हमें विश्वास है कि ये डीआरपी अपने कार्यों के माध्यम से ग्रामीण समुदायों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मौके पर प्रतिभागियों में प्रमाण पत्र वितरित किए गए मुख्य रूप से दुर्गेश शर्मा, सवीना, चंचल, वर्षा त्रिपाठी, महेश कुमार शाहित सात जनपद से 55 नव डीआरपी ने प्रतिभाग किया।