यह कैसी पुलिसिंग, यह कैसा कानून का शिकंजा?
चमन मिश्रा जिला संवाददाता शाहजहांपुर
शाहजहांपुर। बरेली बवाल का मास्टरमाइंड नदीम शाहजहांपुर के कटरा थाना क्षेत्र के मिल्कीपुर गांव में ग्राम प्रधान के घर से गिरफ्तार हुआ। बड़ा सवाल यह है कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साफ संदेश है कि बवालियों को पनाह देने वालों पर भी बुल्डोजर चलेगा, तो फिर उस ग्राम प्रधान पर कार्रवाई कब होगी जिसने खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाईं। ग्राम प्रधान का रसूख इतना जबरदस्त है कि गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद उसका बेटा कटरा थाने के अंदर आराम से कुर्सी पर बैठा दिखाई दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर ने पुलिस की कार्यशैली और प्रधान के रसूख पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। चर्चा है कि यही प्रधान पुत्र क्षेत्र में सट्टे का धंधा भी संचालित करता है। नदीम को पनाह देने वाला यही ग्राम प्रधान कटरा के कुख्यात स्मैक किंग बाबू खां उर्फ पड़ेरा का रिश्तेदार बताया जा रहा है। यही बाबू खां वो चेहरा है जिसके साले और साढ़ू कुछ माह पहले दूसरे जिले में पांच करोड़ की स्मैक के साथ पकड़े गए थे। शाहजहांपुर पुलिस की पकड़ से आज तक यह पड़ेरा बाहर है। शाहजहांपुर में डेढ़ साल में पकड़े गए कई छोटे तस्कर बार-बार बाबू खां का नाम ले चुके हैं, लेकिन एसओजी और कटरा पुलिस आज तक उसकी गिरफ्तारी नहीं कर पाई। वजह क्या है क्या पुलिस की कमजोरियां हैं या फिर दबाव और रसूख की राजनीति? अब हालात यह हैं कि तौकीर रजा के करीबी दंगाइयों की संपत्ति पर कार्रवाई तय है लेकिन शाहजहांपुर के इस प्रधान पर कार्रवाई होगी या नहीं, इस पर प्रशासन खामोश है। जनता के बीच चर्चा गरम है कि बरेली के बवालियों को पनाह देने वालों पर भी बुल्डोजर चले, तभी कानून का असली संदेश जाएगा।अब देखना यह है कि शाहजहांपुर प्रशासन और एसओजी ड्रग माफिया पड़ेरा और उसके रिश्तेदार ग्राम प्रधान पर कब शिकंजा कसती है। वरना यह धारणा और मजबूत होगी कि यहां खाकी और खादी के गठजोड़ के आगे कानून भी बेबस है।
