*अमृत सरोवर योजना में भी भ्रष्टाचार* *बिना मास्टर रोल आईडी निकले ही तालाब पर किया जा रहा है जेसीबी द्वारा खुदाई*
*ग्राम प्रधान और ब्लॉक एडीओ पंचायत से बात करने पर यह स्वीकार किया गया कि जेसीबी चली है, पर मेरे द्वारा नहीं, इस कार्य का मास्टर रोल ही नहीं निकला तो कैसे मैं चलाऊंगा जेसीबी* *ग्राम प्रधान और ब्लॉक के अधिकारियों द्वारा नहीं कराया जा रहा है कार्य तो कौन है अवैध खनन माफिया जोकि केवटली ग्राम सभा में सरकारी जमीन यानी अमृतसरोवर तालाब पर रात के अंधेरे में कर रहा है खनन* विकासखंड धनपतगंज के ग्राम सभा केवटली में रात के अंधेरे में जेसीबी से कराया जाता है तालाब की खुदाई। नहीं है बड़े अधिकारियों को इसकी भनक। मनरेगा मजदूरों की हक पर डाला जा रहा है डाका।
सूचना देने वाले लोगों को मिल रही हैं धमकियां।
पूरा मामला है विकासखंड धनपतगंज के केवटली ग्राम सभा का जहां 26 जुलाई 2023 बुधवार को रात करीब 11:00 बजे रात अंधेरे में तालाब गाटा संख्या 107 में जेसीबी द्वारा अमृत सरोवर बनाने के लिए खुदाई की जा रही थी। जब वहां आसपास के स्थानीय लोगों को जेसीबी की आवाज सुनाई पड़ी तो लोगों ने देखना चाहा कि रात के अंधेरे में जेसीबी कहां चलाई जा रही है। जब वहां कुछ लोग पहुंचे तब उनको पता चला है कि तालाब में रात के अंधेरे में खुदाई की जा रही है, तो विरोध किया गया लेकिन वहां मौजूद स्थानीय लोगों की बातों का कोई असर नहीं हुआ तो स्थानीय लोगों ने पीआरबी 112 पर कॉल किया और मौके पर जब तक पुलिस पहुंचती तब तक वहां से जेसीबी और वहां पर मौजूद लोग फरार हो चुके थे। वही जब सुबह हुई तो ग्राम सभा के ही राजेंद्र प्रसाद द्वारा उप जिलाधिकारी कार्यालय, सुल्तानपुर जाकर उप जिला अधिकारी महोदय को इसकी जानकारी दी, और ग्राम प्रधान के खिलाफ शिकायती पत्र भी दिया कि प्रधान द्वारा अवैध रूप से मजदूरों के हक को मारा जा रहा है जेसीबी चलवा कर जो कार्य मनरेगा के तहत होना है, जिसमें मजदूरों को अगर काम मिलता है तो उनके घर परिवार की रोजी-रोटी चलेगी। उस कार्य को ग्राम प्रधान रात के अंधेरी में जेसीबी के द्वारा करवा रहे हैं जो कि यह गलत है। वही ग्राम प्रधान और एडीओ पंचायत से पूछे जाने पर उन्होंने साफ कहा कि जब मेरा मास्टर रोल ही नहीं निकला तो मैं उस पर काम कैसे करूंगा यह सब गलत बात है। मेरे द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है।किसी और ने उस पर खुदाई की है। सोचने वाली बात यह है कि क्यों अपनी ग्राम सभा में सरकारी जमीन यानि तालाब रात के अंधेरे में प्रधान के ही घर से 100 मीटर की दूरी पर जेसीबी द्वारा खुदाई की जा रही है। सभी को सूचना लग गई और मौके पर पुलिस भी पहुंची पर वही ग्राम प्रधान को इसकी कोई सूचना नहीं है। और अगर दूसरे दिन भी इसकी सूचना उनको मिली तो उनके द्वारा किसी थाने में या किसी उच्च अधिकारी के यहां किसी प्रकार की कोई सूचना क्यों नहीं दी गई, कि हमारी ग्राम सभा में अवैध खनन किया गया है।
जिस पर अधिकारी संज्ञान लेते और यह जांच पड़ताल होती कि किन माफियाओं द्वारा रात के अंधेरे में तालाब पर खनन किया जा रहा है। कहीं ना कहीं यह जांच का विषय है किस-किस के द्वारा रात के अंधेरे में तालाब में खनन किया जा रहा है । यदि इसकी जांच नहीं होती है तो यह स्पष्ट होता है कि इसकी पूर्णता जानकारी ग्राम प्रधान और उच्च अधिकारियों को है लेकिन जानबूझकर अनदेखी की जा रही है। और सरकार की मंशा के विपरीत कार्य किए जा रहे हैं। सरकार की योजनाओं पर पलीता लगाया जा रहा है। गरीब मजदूर को काम ना देकर उनकी रोजी रोटी और उनके हक पर डाका डाला जा रहा है।