ढाई सौ वर्ष पुराने मंदिर की जमीन और रास्ते पर कब्जा
कौशांबी मंझनपुर तहसील क्षेत्र के नगर पालिका मंझनपुर के तन्ना पर गांव में ऐतिहासिक प्राचीन 250 वर्ष पुराना काली माता का मंदिर और शिव जी का मंदिर स्थापित है जहां भक्तों की आस्था है और पूजा पाठ करने के लिए इलाके के हजारों लोग इस मंदिर पर पहुंचते हैं जहां भक्तों द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाता है भण्डारा वा अन्य धार्मिक आयोजन के लिए काली माता मंदिर की जमीन पड़ी थी जिस पर गांव के राम प्रताप मौर्य के पुत्र सुरेश चंद्र प्रेम चंद्र रामबाबू शिवबाबू छोटेलाल आदि ने जबरिया कब्जा शुरू कर दिया है पक्की दीवार उठाकर मंदिर की जमीन और रास्ते की जमीन को दबंगई से कब्जा कर लिया गया है अंधेर तो तब हो गयी जब काली माता मंदिर की खाली जमीन के साथ रास्ते की जमीन पर भी बलपूर्वक इन दबंगों ने कब्जा कर लिया है गांव के तमाम लोगों ने काली माता की मंदिर की जमीन और रास्ता को कब्जा करने से मना किया तो उनके साथ दबंगों ने गाली गलौज किया जान से मारने की धमकी दिया और उन पर हमले का प्रयास किया किया गया है मामले की सूचना पूर्व में भी उपजिलाधिकारी मंझनपुर को ग्रामीण देकर मंदिर की जमीन और रास्ते पर कब्जा को रोकने की मांग की थी लेकिन एसडीएम से फरियाद के बाद भी मंदिर और रास्ते की जमीन पर हो रहा कब्जा नहीं रुक सका है जिस पर 6 अक्टूबर को नगर पालिका के सभासद नत्थू लाल ने गांव के शिव भोला राजेश कुमार बुधराम सुभाष रामू राजपूत गुड्डू सिंह सहित तमाम ग्रामीणों के साथ मिलकर जिला अधिकारी को पत्र देकर मंदिर की जमीन और रास्ते की जमीन पर हो रहे कब्जे को रोकने की मांग की है जमीन कब्जे की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि सरकारी जमीन पर कब्जे के साथ-साथ मंदिर कुआँ रास्ते की जमीन पर भी जबरिया कब्जा हो रहा है और प्रशासन मूकदर्शक बना देख रहा है
मदन कुमार केशरवानी पत्रकार