” सड़क विकास की रीढ़ है ” आदिवासीओ की उम्मीद मे घात -पन्ना जिले केपन्ना जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत रहुनिया मे विगत माह मे सीसी सड़क का निर्माण जंगलिया के मकान से काशी के मकान तक 495000 की लागत से 70 वर्ष बाद निर्माण कार्य करवाया गया है! सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास हेतु एक भारी रकम स्वीकृत की जाती है ताकि विकास हो , विकास मे किसी प्रकार की कोई कमी या कमजोरी न हो उसके देख रेख करने के लिए बुद्धजीवी प्रशानिक अधिकारी नियुक्त किये जाते है! सूत्रों के बताये अनुसार ग्राम पंचायत रहुनिया की सड़क का निर्माण डस्ट से करवाया गया जिसको फोटो भी बया कर रही है विधिवत तलाई न होने के कारण एवम शासन द्वारा निर्धारित मानको को दर किनार करते हुए सड़क का निर्माण किया गया! अब ग्रामीण द्वारा सड़क खराब बनने के आरोप लगाये जा रहे है! प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है! ऐसे इंजीनियर और सचिव पर जो पैसे की लालच मे अमानक मटेरियल का उपयोग करवाते है! अब देखना ये होगा कि संबंधित विभाग के जिला स्तर के अधिकारी क्या कार्यवाही करते है! ऐसे कार्य जो समाज के विकास को अवरुद्ध मूलक प्रतीत होते है!
इनका कहना
जिला सीईओ
उमराव सिंह मरावी-
मामले को सुनते ही जिला सीईओ मारवी हुए आग बबूला, सड़क के गुणवत्ता की जाँच करवाकर उचित कार्यवाही की जायेगी! गुणवत्ता विहीन कार्य करने वालों को छोड़ा नही जायेगा!
विकास कार्य अच्छे से गुणवत्ता पूर्ण तरीके से होने की प्रतिबद्धता जाहिर की!
इनका कहना
राकेश अर्जरिया ग्राम पंचायत इंजी.
हाँ, डस्ट डली थी तो मैने तुरंत उठावाने के लिए बोला था! फिर चोरी छीपे मिलाई होगी! तो नही बता सकते!
प्रश्न
क्या इंजी. का कार्य कागज मे एस्टिमेट बनाकर कर परसेंटेज लेने तक ही सीमित है! या नियमित निरीक्षण कर कार्य को शुद्रण कौन करवायेगा !