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मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ वृक्षारोपण महा अभियान-2025 के
सफल क्रियान्वयन हेतु प्रदेश के सभी महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष,
क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य, ब्लॉक पंचायत सदस्य,
पार्षद एवं ग्राम प्रधानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया

प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप ‘एक पेड़ माँ के नाम’
अभियान सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रहा : मुख्यमंत्री

विगत 08 वर्ष में नियोजित प्रयासों के माध्यम से प्रदेश का
वन आच्छादन 09 प्रतिशत से बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया

उ0प्र0 हरित आवरण वृद्धि में देश में दूसरे स्थान पर

प्रधानमंत्री जी ने कार्बन उत्सर्जन को वर्ष 2070 तक नेट जीरो तक ले
जाने का लक्ष्य निर्धारित किया, इसके लिए व्यापक वन आच्छादन आवश्यक

किसानों को अपने खेत की मेड़ पर पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जाए, पेड़ लगाने के
05 वर्ष पूर्ण होने पर कार्बन क्रेडिट के अन्तर्गत प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करायी जाएगी

कार्बन क्रेडिट के तहत पिछले वर्ष किसानों को 32 लाख 80 हजार रु0 का भुगतान,
इस वर्ष 07 मण्डलों के किसानों को 42 लाख 20 हजार रु0 का भुगतान किया जाएगा

नदियों का पुनरुद्धार आवश्यक, इस दिशा में भी
जनप्रतिनिधियों को अभियान बनाकर कार्य करने की जरूरत

पौधरोपण अभियान के तहत कुपोषित परिवारों को सहजन का पौध
दिया जा रहा, इससे राष्ट्रीय पोषण अभियान को भी बल मिलेगा

सभी नागरिक एवं सरकारी कर्मचारी, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पर पेड़ अवश्य लगाएं
और इसकी सुरक्षा और संरक्षण पर ध्यान दें : वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

लखनऊ : 06 जुलाई, 2025

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ वृक्षारोपण महा अभियान-2025 के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रदेश के सभी महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य, ब्लॉक पंचायत सदस्य, पार्षद एवं ग्राम प्रधानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप 05 जून, विश्व पर्यावरण दिवस के दिन शुरू हुआ ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्लोबल वॉर्मिंग जीव-जन्तु ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण मानवजाति के लिए बड़ी समस्या बन सकती है। इससे भूस्खलन, अत्यधिक वर्षा, बाढ़ आदि की समस्याएं देखने को मिलेंगी। इसके लिए आवश्यक है कि जलवायु का संतुलन बना रहे। आने पीढ़ी को हम कैसी पृथ्वी देकर जाएंगे, इसके दृष्टिगत पौधरोपण के इस अभियान से सभी का जुड़ना आवश्यक है। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान को जन आन्दोलन बनाकर ही सफल बनाया जा सकता है। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले उत्तर प्रदेश का वन आच्छादन नीचे जा रहा था। विगत 08 वर्ष में नियोजित प्रयासों के माध्यम से प्रदेश का वन आच्छादन 09 प्रतिशत से बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया है। आज हरित आवरण वृद्धि में उत्तर प्रदेश, देश में दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2017 से वर्ष 2024 के बीच हरित आवरण में 05 लाख एकड़ की वृद्धि हुई है। वहीं वर्ष 2021 से वर्ष 2023 के बीच वनावरण एवं वृक्षावरण में 01 लाख 38 हजार एकड़ की वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 से 2023 तक हरित आवरण में कुल 3.38 लाख एकड़ की ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कार्बन उत्सर्जन को वर्ष 2070 तक नेट जीरो तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए व्यापक वन आच्छादन आवश्यक है। किसानों को अपने खेत की मेड़ पर पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जाए। किसानों को पेड़ लगाने के 05 वर्ष पूर्ण होने पर कार्बन क्रेडिट के अन्तर्गत प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करायी जाएगी। कार्बन क्रेडिट के तहत पिछले वर्ष किसानों को 32 लाख 80 हजार रुपये का भुगतान किया गया था। इस वर्ष 07 मण्डलों-देवीपाटन, अयोध्या, झांसी, मीरजापुर, कानपुर, वाराणसी और अलीगढ़ के हजारों किसानों को 42 लाख 20 हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने नदियों के पुनरुद्धार पर जोर देते हुए कहा जैसे हमारे शरीर में धमनियां हैं, वैसे धरती माँ के लिए नदियां हैं। जब धरती माँ सुरक्षित रहेंगी तो हम सुरक्षित रहेंगे। इसके दृष्टिगत नदियों का पुनरुद्धार आवश्यक है। इस दिशा में भी जनप्रतिनिधियों को अभियान बनाकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सहजन में प्रोटीन एवं विटामिन का भण्डार है। पौधरोपण अभियान के तहत कुपोषित परिवारों को सहजन का पौध दिया जा रहा है। इससे राष्ट्रीय पोषण अभियान को भी बल मिलेगा।
वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण दुनिया का तापमान बढ़ता जा रहा है। आज गर्मी में नौतपा की बजाय पूरे माह में गर्मी पड़ रही है। इसका कारण कार्बनडाइऑक्साइड में वृद्धि होना है। इससे वर्षा, बाढ़ में वृद्धि देखने को मिल रही है। प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि देश के सभी नागरिकों को ग्लोबल वॉर्मिंग पर नियंत्रण के लिए पौधरोपण अभियान में हिस्सा लेना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने पौधरोपण के साथ ही उसकी सुरक्षा पर भी ध्यान देने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग अपने घरों में फल के पेड़ अवश्य लगाएं। सभी नागरिक एवं सरकारी कर्मचारी, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पर पेड़ अवश्य लगाएं और इसकी सुरक्षा और संरक्षण पर ध्यान दें। प्रदेश के सभी किसान ‘हर खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़’, अभियान की तर्ज पर पेड़ अवश्य लगाएं। इससे उनके कृषि उत्पादकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। किसानों को मेड़ पर पेड़ लगाने के 05 वर्ष पूर्ण होने पर कार्बन क्रेडिट के लिए प्रोत्साहन की धनराशि प्राप्त होगी। नदियों, तालाब के किनारे वृक्षारोपण किया जाए। नगर निगम के पार्क के साथ ही अन्य स्थान पर भी पेड़ लगाए जाएं।
मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण महा अभियान-2025 का शुभारम्भ आगामी 09 जुलाई से होगा। वर्ष 2017 से वर्ष 2024 तक लगभग 204 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। यह उत्तर प्रदेश के इतिहास में अभी तक सर्वाधिक पौधारोपण है।
मुख्यमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों जनपद आगरा की महापौर श्रीमती हेमलता दिवाकर, जनपद वाराणसी के महापौर श्री अशोक तिवारी, जनपद सम्भल के बबराला नगर पंचायत के अध्यक्ष श्री हर्ष वर्धन, जनपद जालौन के जिला पंचायत अध्यक्ष श्री घनश्याम अनुरागी से संवाद कर पौधरोपण हेतु उनकी तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि पौधरोपण हेतु उनकी तैयारियां पूर्ण है। यह अभियान सफलता की नई ऊंचाइयों को छुएगा।

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