श्रमिक उजाला संवाददाता रिजवान असारी
कुकरा (खीरी)।
कस्बा कुकरा स्थित हज़रत ख्वाजा उबैदुल गनी उर्फ मुन्नन मियां रहमतुल्ला अलैह की दरगाह पर तीन दिवसीय 66वां उर्स पाक बड़े ही अकीदत और एहतराम के साथ शुरू हो गया है। उर्स की शुरुआत 30 जुलाई को नमाज-ए-इशा के बाद गागर व चादर जुलूस के साथ हुई। यह जुलूस जाबिर अली के मकान से उठाया गया, जो हाजी यार अली खान के आवास पर पहुंचा।
जहां शेर अली खान, महमूद अली खान, इशरत अली खान, शबाहत अली खान, सदाकात अली, सैफ अली खान आदि ने जुलूस में शामिल अकीदतमंदों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान बाहर से आए मशहूर कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश कर समां बांध दिया। बाद में चादर लेकर अकीदतमंदों का कारवां राजा साहब की गढ़ी स्थित दरगाह पर पहुंचा और चादरपोशी की रस्म अदा की गई।
महफिल-ए-समा और लंगर का आयोजन
उर्स के दूसरे दिन 31 जुलाई को बाद नमाज-ए-इशा महफिल-ए-समा का आयोजन किया गया, जिसमें सूफियाना कव्वालियों से माहौल रूहानी हो गया। अंतिम दिन यानी 1 अगस्त को कुल शरीफ, रंगमहफिल व लंगर का आयोजन किया जाएगा।
यह तमाम कार्यक्रम सज्जादा नशीन सूफी मोहम्मद यासीन जमीली और खलीफाए जमीली मोहम्मद अनवार उर्फ बाबू मियां तथा सूफी कमाल मियां की देखरेख में संपन्न हो रहे हैं। कार्यक्रम में खालिद जमीली, कलीम सूफी, शबाहत हुसैन, शाहिद मिस्त्री, बाबू मंसूरी, कदीर खान, कयूम अंसारी, इखलाक अंसारी सहित बड़ी संख्या में मुरशिद व अकीदतमंदों ने शिरकत की।