दैनिक श्रमिक उजाला जिला संवाददाता पीयूष दीक्षित 
लखीमपुर खीरी (बैरिया)।
जिले के पढुआ थाना क्षेत्र के बैरिया गांव में उस वक्त माहौल गरमा गया, जब दो मुस्लिम बहनों ने न सिर्फ अपनी मर्जी से प्रेम विवाह किया, बल्कि सनातन धर्म भी अपना लिया। यह मामला गांव में चर्चा का विषय बन गया है और सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, जासमीन (20) और रुखसाना (18) का गांव के ही युवकों राम प्रवेश (21) और सर्वेश मौर्य (22) से प्रेम संबंध था। राम प्रवेश और सर्वेश आपस में मौसेरे भाई हैं। 20 अगस्त को ग्रामीणों ने जासमीन को प्रेमी के साथ खेत में देख लिया था। इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया और परिजनों ने आपत्ति जताई। दोनों पक्षों के बीच तनातनी और मारपीट तक की नौबत आ गई।
मामले को शांत करने के लिए गांव में पंचायत बुलाई गई। पूर्व प्रधान अनवर अली और वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि लखपत प्रसाद की मौजूदगी में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुए। पंचायत में लड़कियों को समझाने की कोशिश हुई, लेकिन दोनों बहनें अपने फैसले पर अडिग रहीं। इसी बीच 24 अगस्त की रात को दोनों बहनें अपने घर से चुपचाप निकलकर सीधे प्रेमियों के घर पहुंच गईं। परिजन जब उन्हें वापस लाने पहुंचे, तो दोनों ने लौटने से साफ इनकार कर दिया।
अंततः सोमवार को गांव के प्रसिद्ध श्री ठाकुरजी पयहारी बाबा मंदिर में दोनों जोड़ों का विधिवत विवाह संपन्न कराया गया। वैदिक रीति-रिवाज से पंडित अभिषेक मिश्रा ने विवाह कराया। इससे पहले शुद्धिकरण की रस्म हुई और धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी की गई। रुखसाना ने नया नाम चांदनी देवी, जबकि जासमीन ने रूबी मौर्य नाम अपनाया। मंदिर परिसर में जय श्रीराम के नारे गूंजे और ग्रामीणों ने नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
थाना प्रभारी विवेक उपाध्याय ने बताया कि दोनों लड़कियां बालिग हैं और उन्होंने अपनी मर्जी से विवाह किया है। अभी तक किसी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है। यदि कोई लिखित शिकायत मिलती है तो पूरे मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
गांव में बनी चर्चा का केंद्र
गांव के एक बुजुर्ग निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि “लड़के बाहर काम करते हैं। घर पर सिर्फ मां और बहनें रहती थीं। हमने बहुत समझाया, लेकिन वे नहीं मानीं। अब मामला समाज से आगे निकल चुका है।”
