सोशल मीडिया पर लगातार मामले की आवाज उठने के बावजूद भी रेल और राजस्व विभाग के अधिकारी “कुंभकरणीय नींद” सोए हुए हैं,
पलिया लखीमपुर खीरी। तहसील पलिया क्षेत्र के ग्राम दौलतापुर, भीरा–पलिया मार्ग स्थित शारदा नदी की तलहटी इन दिनों अवैध बालू खनन का गढ़ बन गई है। सबसे गंभीर स्थिति यह है कि खनन क्षेत्र के बिल्कुल पास से रेलवे लाइन गुजरती है, जिस पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
ग्रामीणों का कहना है कि अंधाधुंध खनन से नदी का स्वरूप बदल रहा है और बरसात के दिनों में बाढ़ का खतरा कई गुना बढ़ गया है। नजदीकी दर्जनों गांवों में दहशत का माहौल है।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि खनन माफिया खुलेआम मशीनों से बालू निकाल रहे हैं और विभागीय अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। रेलवे प्रशासन, खनन विभाग और राजस्व विभाग की चुप्पी ने ग्रामीणों की चिंता और बढ़ा दी है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो रेलवे ट्रैक धंस सकता है और आसपास के गांव जलमग्न हो सकते हैं।
सोशल मीडिया पर लगातार मामले की आवाज उठने के बावजूद विभागीय अधिकारी “कुंभकरणीय नींद” सोए हुए हैं, जबकि खनन माफिया दिन-रात अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तत्काल अवैध खनन पर रोक लगाने और जिम्मेदार विभागों की जवाबदेही तय करने की मांग की है।
