दैनिक श्रमिक उजाला पीयूष दीक्षित जिला संवाददाता
लखीमपुर खीरी। निघासन क्षेत्र के गांव चखरा का रहने वाला किशोर विक्रम पुत्र रामगोपाल मंगलवार सुबह घास लेने खेत गया था। दोपहर बाद ग्रामीणों ने उसे गन्ने के खेत में गंभीर हालत में पाया, उसकी गर्दन कटी हुई थी। आनन-फानन में उसे सीएचसी निघासन पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल से एंबुलेंस तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर तक नहीं मिला और पुलिसकर्मियों को उसे उठाकर ले जाना पड़ा।
ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना बाघ के हमले की हो सकती है, लेकिन मौके पर किसी जंगली जानवर के पदचिह्न नहीं मिले, बल्कि इंसानी पैरों के निशान दिखाई दिए। वहीं किशोर के पिता रामगोपाल, जो बीमारी के कारण काम नहीं कर पाते, ने बताया कि रोज उनका बेटा ही घास लेने जाता था। आज सुबह भी वह खेत गया था, लेकिन कुछ घंटों बाद यह हादसा हो गया। पिता का कहना है कि उन्हें साफ नहीं है कि बेटे की गर्दन कैसे कटी।
सीएचसी निघासन के चिकित्सक डॉ. अरविंद पटेल ने बताया कि गंभीर रूप से घायल किशोर को जिला अस्पताल भेजा गया है। प्रभारी निरीक्षक महेश चंद्र ने कहा कि गन्ने के खेत में घसीटने के निशान मिले हैं और प्रथम दृष्टया यह मामला जंगली जानवर का हमला प्रतीत हो रहा है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।
