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बेटी ने किया प्यार तो भाई ने गोली मारकर कर दी हत्या

बहन ने प्रिंसिपल से शादी कर ली, तो भाई ने मार डाला, फिर…

हरदोई कहते हैं अपराध कभी छिपता नहीं है। कुछ ऐसा ही हुआ मानवी मिश्रा मर्डर केस में। 24 साल की मानवी मिश्रा पढ़ने में होशियार थी। आईएएस अफसर बनना चाहती थी। इस बीच उसे साथ पढ़ने वाले अभिनव कटियार से प्यार हो गया। अभिनव की सरकारी नौकरी लगी, वह एक स्कूल का प्रिंसिपल भी बन गया। मानवी ब्राह्मण थी, इसलिए परिवार वालों ने शादी के लिए मना कर दिया। इसके बाद, इसी साल 7 जनवरी को मानवी ने आर्य समाज मंदिर में जाकर अभिनव से शादी कर ली। पहले तो घर वालों को दोनों के विवाह की जानकारी नहीं थी। लेकिन, फिर मां और दो भाइयों के पता चल गया कि मानवी ने अभिनव से शादी कर ली। मानवी अपने मायके में रह रही थी। अभिनव और मानवी की देर रात तक बात होती थी। बकौल अभिनव, दोनों ने डिसाइड किया था कि जो भी सुबह पहले जागेगा, वो गुड मॉर्निंग मैसेज विश करेगा। रविवार को अभिनव के स्कूल में एक कर्मचारी रिटायर हुआ। इसलिए पार्टी दी गई, देर रात तक अभिनव जागा। उसने मानवी को कॉल और मैसेज भी किए लेकिन फोन पिक नहीं हुआ। अभिनव ने सोचा, शायद मानवी सो गई होगी। इसलिए वह भी सो गया। लेकिन, सुबह देर से उठे अभिनव को वादे मुताबिक मानवी का कोई मैसेज नहीं मिला। उसने मानवी को फिर से गुड मॉर्निंग लिखा और फिर जवाब न मिलने के बाद दोबारा फोन किया। लेकिन मानवी का कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उसने कॉल पर कॉल करना शुरू कर दिया। फिर, उसने पुलिस को कॉल की। अभिनव ने पुलिस से कहा, ‘मुझे आशंका है कि कहीं मेरी पत्नी के साथ कोई अनहोनी न हुई हो।” इसके बाद अभिनव के बताए गए पते पर पुलिस पहुंची। यहां एक तरफ मानवी की मां बैठी हुई थी, दूसरी तरफ पैरों से दिव्यांग एक भाई। चारों तरफ खून ही खून बिखरा हुआ था। पुलिस तुरंत घर के अंदर वाले कमरे में दाखिल हुई। यहां मानवी की लाश पड़ी थी। उसके राइट हैंड पर एक तमंचा रखा हुआ मिला। कनपटी फटी हुई थी। पूछने पर मां और भाई ने कहा- मानवी ने खुद को गोली मार ली है। उसने सु’साइड कर लिया है।
इसके बाद पुलिस ने अभिनव को सूचना दी। उसकी आशंका सच में बदल चुकी थी। वह तुरंत मानवी के घर पहुंचा। उसने पुलिस वालों से आशंका जताई और कहा- मानवी बहुत पॉजिटिव सोचती थी, वो ऐसा नहीं कर सकती। वो पिस्टल कहां से लाएगी।
इस पॉइंट पर पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलाया। जांच पड़ताल में एक फैक्ट निकलकर सामने आया। मानवी की बाईं कनपटी में सटाकर गोली मारी गई थी। जबकि वो राइट हैंड से काम करती थी, लेफ्ट कनपटी में गोली लगने की बात पुलिस को कतई हजम नहीं हुई। राइट हैंड में मानो पिस्टल रखी गई हो। पुलिस ने दिव्यांग भाई से पूछताछ करनी शुरू की। पहले तो वो कुछ भी बताने से मना करता रहा, लेकिन बाद में पुलिस की सख्ती के आगे टूट गया और बोला- हां मैंने ही मानवी को मारा है, उसने हमारी इज्जत तार-तार कर दी थी। हम ब्राह्मण हैं, उसने कुर्मी से शादी कर ली जाकर। यह पूरा केस हरदोई जिले का। अभिनव कटियार बरेली GIC में तैनात है।

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