*7 घंटे हंगामा के बाद मुआवजे के आश्वासन मिलने पर माने परिजन*
खुर्शीद आलम
लखीमपुर खीरी जिले के पलिया तहसील के मजगई वन रेंज के ग्राम पंचायत चौखड़ा फॉर्म में राजगंज निवासी नत्थू उम्र 25 वर्ष पुत्र बाबूराम काम करने के लिए गया था। शाम करीब 5:00 बजे किसान के झाले के पास नाली की सफाई कर रहा था उसके कुछ दूरी पर उसके साथी खेत में काम कर रहे थे, इसी बीच गन्ने के खेत में छिपे बाघ ने बाबूराम पर हमला कर दिया और गर्दन पड़कर गन्ने के खेत में खींच ले गया। खेत में काम कर रहे अन्य लोगों ने खून देखकर शोर मचाना चालू कर दिया, सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और परिजनों व ग्रामीणों के साथ तलाश शुरू कर दी, तो आधा किलोमीटर दूर नाले के पास स्थित लखबीर सिंह के खेत में बाबूराम का अधखाया शव बरामद हुआ, बाबूराम का बाया हाथ बाघ खा गया था, शव मिलने पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया, परिजनों ने बताया कि मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और उचित मुआवजा देने के साथ बाघ को पकड़ा जाए। मांग पूरी न होने तक शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजा। करीब आधी रात तक अधिकारी समझाने में लग रहे। फिर डीएफओ के निर्देशन पर तत्काल ₹20,000 की सहायता राशि दिए जाने के अलावा 5 लाख का मुआवजा देने के आश्वासन के बाद परिजन माने, इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने बताया कि मृतक की पत्नी गेंदा गर्भवती है, इसकी अभी 2 साल पहले ही शादी हुई थी और इसका 1 साल का बच्चा भी है।