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छांगुर गिरोह ने हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कर भेजा खाड़ी देशों में,तलाश में भटक रहे परिजन,सुनाई आपबीती

शाहजहांपुर में कही छांगुर गैंग के तार तो नहीं जुड़े है

लखनऊ छांगुर गिरोह ने दस बीस नहीं डेढ़़ सौ से अधिक मासूम हिंदू लड़कियों को लव जेहाद,धमकी और‌ अन्य चालबाजियों के जरिए धर्म परिवर्तन कराया और उन्हें खाड़ी देशों में भेजा।यूपी के अलग-अलग जिलों से आए पीड़ितों और उनके परिजनों ने मंगलवार को लखनऊ में प्रेसवार्ता के जरिए छांगुर गिरोह पर ये आरोप लगाया।कई पीड़ित और परिजन अपनी बहन-बेटियों के गायब होने का प्रमाण और दस्तावेज लेकर प्रेस वार्ता में पहुंचे थे।

धर्म और जेहाद की आड़ में धर्म परिवर्तन माफिया जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके गुर्गों की काली करतूतें धीरे-धीरे अब सामने आ रही हैं।विश्व हिंदू रक्षा परिषद के दफ्तर में आयोजित प्रेस वार्ता में तमाम ऐसे पीड़ितों और उनके परिजनों ने अपनी आपबीती सुनाई,जिनकी बहन या बेटी धर्म परिवर्तन के बाद या तो गायब कर दी गई या खाड़ी देशों में भेज दी गई।

गाजियाबाद से 70 वर्षीय बुजुर्ग आजाद सिंह चौधरी न्याय की उम्मीद में राजधानी लखनऊ आए हैं।आजाद सिंह की बेटी बीए सेकंड ईयर की छात्रा थी।बीते माह 2 अप्रैल से घर से अचानक गायब हो गई।बुजुर्ग आजाद ने रोते हुए बताया कि गायब होने के दो माह पहले से ही वह छांगुर गिरोह के संपर्क में थी और मजार जाने लगी थी।किसी ने बताया कि ब्रेनवाश कर उसको मुसलमान बना दिया गया,उसका निकाह भी करा दिया गया है,बहुत तलाशा,पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई, कहीं कुछ पता नहीं चला।बुजुर्ग आजाद ने बताया कि पत्नी विक्षिप्त हो गई है। नींद से जाग कर,जब तब बेटी को पुकारती हैं।तनाव से उसकी किडनी भी खराब हो गई।अपनी व्यथा बताते हुए बात-बात में बुजुर्ग आजाद की आंखें भर आ रही थीं।

मेरठ से आए सुनील नेगी ने बताया कि छांगुर गैंग के बदर अख्तर सिद्दीकी ने उनकी बहन को हिन्दू नाम से लव जिहाद का शिकार बनाया। 2019 से उनकी बहन लापता है।नेगी ने बताया कि बहन नोएडा में प्राइवेट सेक्टर में काम करती थी, जहां बदर ने ब्रेनवाश कर उसे अपने जाल में फंसाया।जब तक बहन को एहसास हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घरवालों को उसने फोन पर सारी बात बताई।नेगी ने बताया कि बदर ने उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया,सारी बचत के पैसे हड़प लिए। नेगी ने बताया कि मेरठ की ही एक लड़की प्रिया त्यागी भी गायब हो गई,जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चला।

बलरामपुर से आए रघुनाथ निषाद और उनकी पत्नी उर्मिला का रो रो कर बुरा हाल था।रघुनाथ मजदूरी करते हैं। रघुनाथ ने बताया कि बेटी की शादी तय की गई थी,घर के पास की मुस्लिम महिला अनारकली और उसके मामा ने मेरी बेटी का ब्रेनवाश किया और भगा ले गए।कहते थे कि छांगुर पीर की शरण में जाओगे तो जिंदगी बेहतर हो जाएगी।

मेरठ से आई लक्ष्मी ने बताया कि उनके पति के देहांत के बाद छांगुर और उसके ग्रुप से जुड़े लोगों ने दादरी में मौजूद उनकी सारी जमीन पर कब्जा कर वहां मस्जिद और मजार बनवा लिया। इस मस्जिद के भीतर अब धर्मांतरण और अन्य गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है।

विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि छांगुर का कनेक्शन जाकिर नाइक से भी मिला है,जिसे सरकार ने भगोड़ा घोषित किया है।ये सभी मिलकर भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते थे।राय ने कहा कि जब से छांगुर की करतूतों को उजागर किया गया तब से लगातार बड़ी संख्या में उसके जेहाद से पीड़ित लोग सामने आ रहे हैं।गाजियाबाद, नोएडा,मेरठ और बलरामपुर से पीड़ित आए हैं। इनमें अधिकतर वे लोग हैं,जिनकी बच्चियों को बहकाकर धर्मांतरण कराया गया,उसके बाद से वे लौटकर नहीं आईं।

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