बीपीएस में क्रान्तिकारी आजाद जी की मनाई गई जयन्ती/ देशभक्ति का स्कूल में दिखा नजारा
(पत्रकार रामकिशोर वर्मा मैनपुरी की कलम से )
मैनपुरी
आज संत विवेकानंद सीनियर सेकंडरी स्कूल करहल में भारत के महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की जयंती बड़े ही हर्षौल्लास के साथ मनाई गई
इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक डॉ. जे.पी.यादव एवं प्रबंधक श्रीमती सरिता सिंह ने चंद्रशेखर आजाद के चित्र पर मल्यार्पण कर नमन किया
*इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक डॉ.जे.पी.यादव ने उपस्थित सभी छात्र छात्राओं एवं अध्यापकों को संबोधित करते हुए बताया कि दिनांक 23 जुलाई सन् 1906 को मध्य प्रदेश में अलीराजपुर जिले की भाभरा तहसील में चंद्रशेखर आजाद का जन्म हुआ था ।
जब वे 15 वर्ष के थे तो देश में महात्मा गांधी के संपर्क आकर अपना घर त्याग कर गांधीजी के साथ आंदोलनों में सक्रिय हो गए । देश में जगह जगह पर धरना प्रदर्शन करने के कारण अंग्रेज हुकूमत की निगाह में चढ़ गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और उनसे नाम पूछा तो चंद्रशेखर ने उत्तर दिया कि “मेरा नाम आजाद है ,पिता का नाम स्वतंत्रता है और पता जेल है” तभी से इनका नाम आजाद पड़ गया । उनका नारा था स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद फिर कभी अंग्रेजो के हाथ नहीं आए और मात्र 24 वर्ष की अल्पायु में ही इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क जब अंग्रेज अधिकारियों द्वारा चारों ओर से घेर लिए गए तो स्वयं अपनी रिवाल्वर से अपने कनपटी पर गोली मारकर शहीद हो गए । हम सभी उन्हें शत शत नमन और वंदन करते हैं। आगे उन्होंने सभी बच्चों को आजाद जी के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके विचारों पर चलकर देश सेवा का संकल्प दिलाया।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रबंधक श्रीमती सरिता सिंह ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हमें महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर अन्याय से लड़ना सीखना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्रजीत यादव, बृजेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, सुधीर, सोनी, सुरेंद्र, महावीर सिंह आदि उपस्थित रहे ।