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500 कावड़ियों के बीच ड्यूटी पर डटी रही सिपाही कामिनी एसपी करेंगे सम्मानित

श्रमिक उजाला जिला संवाददाता पीयूष दीक्षित

गोला गोकर्णनाथ, लखीमपुर खीरी।

श्रावण मास में शिवभक्तों की आस्था जहाँ चरम पर है, वहीं इस भीड़भाड़ और शोर के बीच एक महिला पुलिसकर्मी का साहस चर्चा का विषय बन गया है। मैलानी थाने में तैनात महिला सिपाही कामिनी विश्नोई ने बुधवार को गोला में लगभग 500 कांवरियों की भीड़ के बीच अकेले मोर्चा संभाल कर न सिर्फ कानून व्यवस्था को कायम रखा, बल्कि अपने साहस और कर्तव्यनिष्ठा से लोगों का दिल भी जीत लिया।

 

घटना बुधवार की है, जब हरदोई जिले के गोपामऊ क्षेत्र से एक बड़ा जत्था डीजे बजाते हुए पिकअप वाहनों के जरिए गोला गोकर्णनाथ की ओर रवाना हुआ। यह जत्था मोहम्मदी रोड होते हुए सदर चौराहे की ओर बढ़ रहा था। अशोक चौराहे के पास तैनात ट्रैफिक हेड कांस्टेबल सुनील कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों ने कांवरियों को समझाने का प्रयास किया कि मंदिर क्षेत्र में पिकअप वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध है, और उन्हें वहाँ से पैदल जाना होगा।

 

लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब कुछ कांवरिये पिकअप से ही आगे बढ़ने की जिद पर अड़ गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। माहौल तनावपूर्ण होता देख अधिकांश पुलिसकर्मी पीछे हट गए, लेकिन सिपाही कामिनी विश्नोई ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने गिराए गए बैरिकेडिंग बोर्ड को दोबारा खड़ा किया और कांवरियों के बीच जाकर शांतिपूर्वक लेकिन दृढ़ता से समझाना शुरू किया।

 

हालांकि वीडियो फुटेज में साफ़ देखा जा सकता है कि कुछ आक्रोशित श्रद्धालु महिला सिपाही पर हावी होने की कोशिश करते हैं, लेकिन कामिनी बिना डरे डटी रहीं और आखिरकार स्थिति को काबू में कर लिया।

 

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान हेड कांस्टेबल सुनील कुमार मोबाइल से वीडियो बनाने में व्यस्त दिखे, लेकिन कामिनी विश्नोई का जज़्बा और समझदारी ही थी जिसने हालात को बिगड़ने से रोका।

 

इस अद्वितीय साहस और कार्यकुशलता के लिए एसपी संकल्प शर्मा ने महिला सिपाही कामिनी विश्नोई को सम्मानित करने की घोषणा की है। जिलेभर में इस बहादुरी की चर्चा हो रही है और लोग उन्हें ‘आयरन लेडी ऑफ गोला’ की उपाधि देने लगे हैं।

 

महिला सशक्तिकरण का सशक्त उदाहरण

आज जब समाज में महिलाओं की भूमिका को लेकर अनेक चर्चाएं होती हैं, ऐसे समय में कामिनी जैसी पुलिसकर्मी नई प्रेरणा और नई मिसाल बनकर उभरी हैं। निडरता, कर्तव्यपरायणता और शांति से स्थिति को संभालने की उनकी शैली आने वाले पुलिस कर्मियों के लिए एक मार्गदर्शक सा

बित हो सकती है।

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