श्रमिक उजाला अनुराग मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ (खीरी)।
कहते हैं ड्यूटी सिर्फ वर्दी की नहीं, इंसानियत की भी होती है। इस बात को चरितार्थ कर दिखाया है रिटायर्ड फौजी व वर्तमान में पुलिस कांस्टेबल अरविंद कुमार फौजी ने, जो न केवल अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं, बल्कि सेवा और समर्पण की मिसाल भी पेश कर रहे हैं।
इस बार सावन माह के पहले सोमवार को जब केशवापुर मेला चौकी पर कांवरियों के लिए कोई विशेष व्यवस्था न दिखी, तो कस्बावासियों ने तुरंत इसकी जानकारी अरविंद कुमार को दी। भले ही उनका तबादला अब सदर कोतवाली में हो चुका है, लेकिन कांवरियों के प्रति सेवा का जुनून कम नहीं हुआ। उन्होंने 30 किलोमीटर का सफर तय कर, दूसरे व तीसरे रविवार को कस्बे में पहुँचकर कांवड़ियों की सेवा का बीड़ा उठाया।
भीषण गर्मी में जब कांवरियों के कदम छालों से भरे थे और प्यास से हलक सूखे थे, तब अरविंद कुमार फौजी ने न केवल अपने हाथों से घावों की मरहम-पट्टी की, बल्कि अपने निजी खर्च से सात हजार पानी के पाउच भी वितरित किए। उन्होंने दवाएं, मरहम-पट्टी और ठंडा जल उपलब्ध कराकर शिवभक्तों के दिलों में जगह बना ली।
थाना हैदराबाद में तैनाती के दौरान भी अरविंद कुमार फौजी कांवड़ यात्रा के दौरान कई वर्षों तक लगातार कांवरियों की सेवा करते रहे हैं। इस बार भले ही ड्यूटी किसी और थाने में है, लेकिन सेवा का जज्बा वहीं का वहीं है।
उनकी इस निस्वार्थ सेवा को देखकर कस्बेवासियों और कांवरियों में उत्साह की लहर है। लोग न सिर्फ अरविंद फौजी की तारीफ कर रहे हैं, बल्कि पुलिस विभाग के इस मानवीय चेहरे की भी सराहना कर रहे हैं।
जिले में जब तक हूँ, सेवा जारी रहेगी — अरविंद कुमार फौजी
इस सेवा भाव से भरे कांस्टेबल ने यह साबित कर दिया कि वर्दी पहनने वाला हर व्यक्ति सिर्फ कानून का रक्षक नहीं, समाज का सच्चा सेवक भी हो सकता है।
> गौरतलब है कि बीते वर्षों में थाना हैदराबाद पुलिस द्वारा केशवापुर चौराहे पर अस्थायी पुलिस चौकी लगाकर कांवरियों को सुरक्षा के साथ-साथ शीतल जल और मेडिकल सुविधाएं भी दी जाती रही हैं, जिसमें अरविंद फौजी की भूमिका सराहनीय रही है।