श्रमिक उजाला तहसील संवाददाता प्रांशु वर्मा
नीमगांव खीरी।
जिले के नीमगांव थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, लेकिन पुलिस अब तक एक भी मामले का खुलासा नहीं कर सकी है। बीते दो माह के भीतर क्षेत्र में करीब तीन दर्जन से अधिक घरों में चोरी की वारदात हो चुकी हैं। क्षेत्रीय पुलिस महज घटनास्थल का निरीक्षण और आश्वासन देने तक सीमित नजर आ रही है, जबकि चोर हाईटेक तरीकों से वारदात को अंजाम देने में लगे हैं।
ड्रोन से निगरानी, सीढ़ियों और ग्रिल तोड़कर घरों में घुसे चोर
पिपरी नारायन गांव में 1 अगस्त की रात अज्ञात चोरों ने एक साथ पांच घरों को निशाना बनाकर क्षेत्र में सनसनी फैला दी। ग्रामीणों का कहना है कि रात एक से तीन बजे के बीच तीन लाइटों वाला एक ड्रोन कैमरा गांव के ऊपर उड़ता देखा गया, जिससे आशंका जताई जा रही है कि चोरों ने निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया।
चोरों ने सीढ़ी लगाकर छतों से घरों में प्रवेश किया और खिड़कियों की ग्रिल काटकर लाखों रुपये की नकदी और जेवरात चुरा लिए। घटना के बाद मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। साथ ही एसएसआई धर्मेंद्र सिंह यादव और चौकी प्रभारी आशीष सहरावत पुलिस बल के साथ गांव में जांच करने पहुंचे।
पांच वारदातों की विस्तार से जानकारी
1. गिरीश पुत्र निशेष कुमार का मकान
चोरों ने पहले खिड़की तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा बंद होने के कारण वे पीछे से सीढ़ी लगाकर छत पर चढ़े और जीने का दरवाजा तोड़कर घर में घुस गए। घर में सो रहे स्वजनों के कमरों की कुण्डी बाहर से बंद कर दी गई। गिरीश की बहन ने एक संदिग्ध व्यक्ति को देखकर शंका जताई। गिरीश ने छत से लाइसेंसी बंदूक से फायर भी किया, लेकिन तब तक चोर फरार हो चुके थे।
2. कालीचरन तिवारी पुत्र राम गुलाम तिवारी का घर
पीछे की खिड़की से घर में घुसे चोर एक लाख रुपये नकद और लगभग पांच लाख रुपये के आभूषण ले उड़े।
3. पुत्तन लाल का मकान
कालीचरन तिवारी के मकान से लगे पुत्तन लाल के घर में भी चोरों ने घुसपैठ की। यहां से 60 हजार रुपये नकद और एक जोड़ी झुमकी चुराई गई।
4. सुरेश चंद पुत्र रामसनेही का मकान
चोरों ने सीढ़ियों के रास्ते घर में प्रवेश कर 35 हजार रुपये नकद और करीब साढ़े सात लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषणों पर हाथ साफ किया।
5. पिंकू तिवारी पुत्र परशुराम तिवारी का घर
सभी परिजन छत पर सो रहे थे। चोर दीवार के सहारे घर में दाखिल हुए और बिना भनक लगे 60 हजार रुपये नकद एवं बेशकीमती जेवरात लेकर फरार हो गए।
पुलिस महज निरीक्षण तक सीमित
इन वारदातों के बाद क्षेत्रीय पुलिस सक्रिय तो हुई, लेकिन अब तक किसी भी चोरी की घटना का खुलासा नहीं कर सकी है। ग्रामीणों में रोष व्याप्त है कि लगातार हो रही चोरी की घटनाओं पर पुलिस अंकुश नहीं लगा पा रही है। अधिकारियों द्वारा किए जा रहे सुरक्षा के दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं।
ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाए और ड्रोन कैमरे की जांच कर चोरों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए।