बाढ़ में मसीहा बने बारा विधायक डॉ. वाचस्पति, जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने में निभाई अग्रणी भूमिका
कई गांवों में वितरित हुई खाद्य सामग्री, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की सधी हुई साझेदारी
बारा प्रयागराज। प्राकृतिक आपदा के इस कठिन समय में जब लोग निराशा और असहायता से जूझ रहे हैं, तब बारा विधानसभा के विधायक डॉ. वाचस्पति जनता के बीच उम्मीद की एक नई किरण बनकर उभरे हैं। उन्होंने रविवार को बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद सोमवार को राहत वितरण कार्य की अगुवाई की। गौहनिया स्थित एम.वी. कॉन्वेंट स्कूल परिसर से विधायक डॉ. वाचस्पति ने राहत सामग्री के वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन राहत पैकेट्स में लाई, चना, नमकीन, गुड़, मोमबत्ती, माचिस, और केरोसिन जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं। विधायक ने कहा, “यह समय साथ खड़े रहने का है। सरकार और प्रशासन पूरी मजबूती से बाढ़ पीड़ितों के साथ है। हमारी कोशिश है कि हर जरूरतमंद तक राहत समय से पहुंचे और कोई भी भूखा न सोए।”उनके निर्देश पर कंजासा, मझियारी, सेमरी तरहार समेत अन्य बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत सामग्री का वितरण किया गया। इस कार्य में स्थानीय प्रशासन की सक्रिय भूमिका भी उल्लेखनीय रही। उप जिलाधिकारी बारा प्रेरणा गौतम और एसीपी बारा कुंजलता की सतर्कता और संवेदनशीलता ने राहत कार्य को सुचारु और प्रभावी बनाया। उनके निर्देश और उपस्थिति ने यह सुनिश्चित किया कि वितरण कार्य पारदर्शिता और सुव्यवस्था के साथ सम्पन्न हो। प्रमुख रूप से विधायक प्रतिनिधि फूलचंद पटेल व विजय कुमार निषाद श्यामू, मीडिया प्रभारी नीरज केसरवानी, भाजपा मंडल अध्यक्ष वंदना सिंह, जगत नारायण शुक्ला, राजकुमार पटेल, संदीप पटेल, राजू द्विवेदी, नितेश निषाद, संजीत चतुर्वेदी, अर्पित जायसवाल, जय सिंह पटेल, दिलीप निषाद समेत राजस्व, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग के कर्मचारी भी सक्रिय रूप से मौजूद रहे।
*यह सिर्फ राहत नहीं थी- यह एकजुटता, सेवा और सरोकार की मिसाल थी*
बारा के विधायक डॉ. वाचस्पति और प्रशासन की इस साझा पहल ने बाढ़ पीड़ितों के बीच विश्वास और भरोसे का माहौल पैदा किया। गांवों से लौटते चेहरों पर संतोष और आभार की झलक इस बात की गवाही दे रही थी कि जब जनप्रतिनिधि और प्रशासन साथ हों, तब हर आपदा को अवसर में बदला जा सकता है।