मध्य प्रदेश मे निरंतर चल रही बारिश जो धान की फसल के लिए अभिशाप बनी हुई है! वही जिन्होंने बीज बो दिया है! अब उनके बीज खराब होने की असंका बनी हुई है! आखिर किसान के ऊपर पड़े संकट को उभारने क्या मध्यप्रदेश सरकार सामने आयेगी या फिर किसान युही संकट से जूझता रहेगा! ऋण लेकर किसान द्वारा जुताई, बोआई, खाद, बीज का कार्य किया जाता है!अगर प्रदेश सरकार किसानों को अन्नदाता बनाये रखना चाहती है तो कृषि को लेकर पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करना होगा! अन्यथा किसान को महगाई की पड़ती मार , किसानी करने मे बाधा उत्पन्न करती है! किसानों के लिये अलग से आयोग जैसे- किसान आयोग जैसी संस्था का निर्माण कर योजना निर्मित करने जैसे कार्य करने होंगे एवम प्रत्येक जिला के कृषि विभाग को सशक्त करना होगा! ताकि जमीनी स्तर पर किसानों से जुड़े और उचित सलाह प्रदान करे!