आज बढ़ते तापमान ने समाज को विचार करने पर विवश कर दिया है! दिनों दिन बढ़ता तापमान प्रकृति का साफ संदेश है कि अगर आप ने प्रकृति की सुरक्षा नही की तो आप की सुरक्षा करना भी छोड़ देगी! आज ऐसा ही एक मामला पन्ना जिले मे स्थित दहलान ताल का सामने आया है जहाँ सैकड़ों चमगादडो मृत्यु को गले लगाने पर मजबूर हुए इसका प्रथम दृष्टा कारण गर्मी प्रतीत होता है! प्रकृति हमेशा अपने सिध्दांतों के अनुसार कार्य करती है! प्रकृति ने पक्षीओ की मृत्यु देकर आप(मानव प्रजाति) को स्पष्ट संदेश दे डाला है! अगर मानव चुनौती के रूप मे स्वीकार नही करते तो आने वाले समय पर निश्चित रूप से मानव समाज ही अगला किरदार निभाने के लिए तैयार रहे! वही मानव जो पुराने समय मे छोटी माता और बड़ी माता नामक बीमारी को यह कहकर अपना पलड़ा झाड़ लेता है की इलाज की उत्तम व्यवस्था नही थी इसलिए लोग काल कवलित हो जाया करते थे! लेकिन आज जमीन से लेकर आसमान तक की सोच विचार अविष्कार करने वाला मानव प्रकृति की अंदेखी कर जी नही सकता है
मै दावे से कह सकता हु कि अगर मानव ने प्रकृति का विनाश कर अपने विकास की प्रक्रिया को ऐसे ही निरंतर बनाये रखा तो वो दिन दूर नही जब गर्मियों के समय पर करोड़ो की संख्या मे मृत्यु हुआ करेगी जिसमें कुछ प्यास के कारण वाली सहयोगी होगी!
” अभी मौका है पश्चात संस्कृति को छोड़कर भारतीय संस्कृति मे जीवन जीना सीख ले ताकि आने वाली पीढ़ियों को कुछ बता सके ” इतिहास का एक वाक्य – किसी देश को अगर आप बरबाद करना चाहते है तो उसकी संस्कार और संस्कृति पर घात करे!
जब मामले की जानकारी उत्तर वन मण्डल अधिकारी गर्वित गंगवार को दी गई तो उन्होंने जाँच करवाने की बात कही!